हड़ताल को लेकर कर्मचारी संगठन हुए लामबंद
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : ट्रेड यूनियन व हरियाणा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर आठ जनवरी से प्रस्तावित दो दिवसीय हड़ताल को लेकर कर्मचारियों ने कमर कस ली है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : ट्रेड यूनियन व हरियाणा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर आठ जनवरी से प्रस्तावित दो दिवसीय हड़ताल को लेकर कर्मचारियों ने कमर कस ली है। हड़ताल को सफल बनाने के लिए सोमवार को कर्मचारी नेताओं ने विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक लेकर रणनीति तैयार की गई है। इसके लिए आबकारी कराधान विभाग के कार्यालय परिसर में बुलाई गई बैठक को संबोधित करते हुए हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाल कुमार शर्मा ने कहा कि ट्रेड यूनियन और हरियाणा कर्मचारी महासंघ की ओर से आठ और नौ जनवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल को हर हाल में सफल बनाना है। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से कर्मचारी विरोधी नीतियां अपनाई जा रही हैं। हरियाणा कर्मचारी महासंघ उन नीतियों का पुरजोर विरोध करता है। उन्होंने कहा कि सरकार निजीकरण, आउटसोर्सिंग ठेका प्रथा व रोडवेज में किलोमीटर स्कीम के तहत 720 बसें हायर करने का फैसला तुरंत प्रभाव से वापस लेना होगा। इसके साथ ही परिवहन विभाग की हड़ताल के दौरान कर्मचारियों के उत्पीड़न व लागू की गई दमनकारी नीतियों को भी तुरंत वापस लेकर रोडवेज के बेड़े में नई बसें शामिल की जाएं। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल में हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित सभी विभागीय संगठनों का एक-एक कर्मचारी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगा। उन्होंने कहा कि इस दो दिवसीय आंदोलन के दौरान होने वाले नुकसान की जिम्मेदार सरकार होगी। इस बैठक की अध्यक्षता महासंघ के जिला प्रधान कृष्ण चौहान, मंच का संचालन जिला सचिव अमरिक ¨सह चट्ठा ने किया। बैठक में हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय सह सचिव रणबीर शिवकंद, रोडवेज, स्वास्थ्य विभाग, बिजली निगम, अध्यापक संघ, नॉन टी¨चग स्टाफ, सक्षम यूनियन व आबकारी कराधान विभाग के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। ---
सुबह ताज पार्क में एकत्रित होंगे कर्मचारी सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने भी सभी विभागीय संगठनों के पदाधिकारियों को मंगलवार सुबह सेक्टर 10 के पार्क में एकत्रित होने का आह्वान किया है। संघ के जिला सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि कर्मचारी किसी भी हालत में सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों से डरने वाले नहीं है। इन नीतियों के विरोध में कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा।