कानून हाथ में नहीं लेना चाहते, बेटे की हत्या पर इंसाफ चाहिए
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : सरेआम बाजार में हुए हत्याकांड के मामले को लेकर मृतक युवक गुरप्रीत के परिजन और गांव मद्दीपुर सहित करीब 20 गांवों के लोगों ने वीरवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्ण बेदी से मुलाकात करके इंसाफ की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि धरने या प्रदर्शन करके वह किसी तरह से कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहते, इसलिए उन्हें बिना देरी से इंसाफ चाहिए।
कानून हाथ में नहीं लेना चाहते, बेटे की हत्या पर इंसाफ चाहिए
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : सरेआम बाजार में हुए हत्याकांड के मामले को लेकर मृतक युवक गुरप्रीत के परिजन और गांव मद्दीपुर सहित करीब 20 गांवों के लोगों ने वीरवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्ण बेदी से मुलाकात करके इंसाफ की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि धरने या प्रदर्शन करके वह किसी तरह से कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहते, इसलिए उन्हें बिना देरी से इंसाफ चाहिए। बेदी ने मौके पर मौजूद डीएसपी जगदीश राय व सीआइए की टीम को निर्देश दिए कि बिना विलंब किए हत्यारों को पकड़ा जाए। उन्होंने कहा कि वह एक वकील की तरह उनके लिए वकालत करेंगे और इंसाफ जरूर मिलेगा। ग्रामीणों की मांग थी कि बृहस्पतिवार शाम तक आरोपितों को पकड़ा जाए क्योंकि घटना के दो दिन बाद भी आरोपितों का सुराग नहीं लग पाया था जिस कारण ग्रामीणों में रोष था। मौके पर मौजूद डीएसपी जगदीश राय ने कहा कि पुलिस अपने स्तर पर पूरी तरह से आरोपितों को पकड़ने में लगी है, जिसके लिए जगह-जगह छापामारी की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे। वहीं, राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने ग्रामीणों को यहां तक कह दिया कि अगर ग्रामीण को किसी तरह की आशंका है तो वह दूसरे जिले की पुलिस से भी कार्रवाई करवा सकते हैं। जिस पर ग्रामीणों ने कहा कि शाहाबाद पुलिस कार्रवाई करें, लेकिन आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करे। राज्यमंत्री ने कहा कि मृतक युवक के परिवार की हर तरह से मदद भी की जाएगी। इंसाफ के लिए पूरे गांव को भटकने की आवश्यकता नहीं है। इसलिए गांव के कुछ लोग डीएसपी जगदीश राय से संपर्क बनाएं रखें और अगर किसी तरह की परेशानी आती है तो उनसे संपर्क करें। राज्यमंत्री के आश्वासन पर ग्रामीण घर लौट गए। किसी भी ग्रामीण ने नहीं जलाया दीया, मातम
गुरप्रीत की हत्या के बाद गांव मद्दीपुर में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा गया और किसी ने दिवाली नहीं मनाई। गांव में किसी के घर पर दीया नहीं जलाया गया। ग्रामीण इस दिन को काली दिवाली का नाम दे रहे थे और पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने की मांग कर रहे थे। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
घटना के बाद परिजनों व ग्रामीणों का रो-रो कर बुरा हाल है। शव को देखते ही पता लगता था कि बड़ी बेरहमी से इस घटना को अंजाम दिया गया है। मृतक की माता, पिता व भाई की रो-रो कर आंखें पत्थरा गई थी। सभी गांववासी ढांढसे बंधाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उनकी अपनी आंखें में भी नम हो रहीं थीं। शव जीटी रोड पर रखकर जाम लगाना चाहते थे ग्रामीण
उल्लेखनीय है कि आरोपितों की गिरफ्तारी न होने के गुरप्रीत के परिजन शव को थाना के सामने जीटी रोड पर रखकर जाम लगाना चाहते थे। डीएसपी जगदीश राय, थाना प्रभारी नायब ¨सह व चौकी प्रभारी सुनील दत्त मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि आरोपी जल्द ही पुलिस की पकड़ में होंगे और आरोपितों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस के इस आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम लगाने के निर्णय के स्थगित और शव को सीधे गांव में लाकर अंतिम संस्कार किया।