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तीन बल्ब व दो पंखों का आया 55 हजार 257 का बिल

बिजली बिल डिजीटलाइजेशन किए जाने के बाद लोग परेशान हैं। बिल काफी बढ़कर आ रहे हैं जिन्हें अदा कर पाना उनके वश से बाहर है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 07:42 AM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 07:42 AM (IST)
तीन बल्ब व दो पंखों का आया 55 हजार 257 का बिल
तीन बल्ब व दो पंखों का आया 55 हजार 257 का बिल

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : समय सुबह 11 बजे, स्थान बिजली निगम कार्यालय। कार्यालय के अंदर चहल-पहल तो कम है, मगर लोग एसडीओ कार्यालय से मायूस निकल रहे हैं। कार्यालय में लोग बिजली बिलों को लेकर हो-हल्ला कर रहे थे। लोगों का कहना था कि बिजली निगम ने जब से डिजीटल तरीके से रीडिग लेनी आरंभ की है, तभी से दिक्कत पेश आ रही है। न तो बिल ही समय पर मिलता है और न ही रीडिग का पता चलता है। कई-कई महीने तक एवरेज बेस पर बिजली का बिल आता रहता है। उसके बाद निगम कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ता है। फोटो संख्या : 05

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55 हजार 257 का आया बिल

गांव पलवल से बिजली बिल की शिकायत लेकर पहुंचे बालकिशन ने बताया कि उसका बिजली का बिल 55 हजार 257 रुपये आया है। उसके घर में केवल तीन बल्ब व दो पंखे हैं। बिजली निगम कार्यालय के मिले एलइडी बल्ब ही उन्होंने घर में लगाए हुए हैं। पिछले आठ माह से बिल ठीक कराने के लिए चक्कर काट रहे हैं। निगम कर्मी कह रहे हैं कि वे इस बिल को अदा कर दें आगे के बिल में पेमेंट ठीक होकर आ जाएगी। दिहाड़ीदार व्यक्ति इतना बिल कैसे अदा कर सकता है। अधिकारी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। फोटो संख्या : 06

रीडिग लेने कोई नहीं आया, बिल आ गया आठ हजार रुपये

डेरा उमरी निवासी शेर सिंह का कहना था कि पिछले कई महीनों से मीटर रीडिग लेने के लिए कोई नहीं आया, अब आठ हजार रुपये का बिजली बिल आ गया है। उनका कहना है कि यह बिल दो बल्ब व एक पंखे का है। अब बार-बार चक्कर काटने के बाद भी बिल को ठीक नहीं किया जा रहा है। रोजाना शिकायत के लिए कार्यालय में आते हैं और ऐसे ही वापस लौट जाते हैं। फोटो संख्या : 07

घर के बाहर लगे हैं तारों के गुच्छे

ज्योतिनगर से शिकायत लेकर पहुंचे केके मिश्रा का कहना था कि उसके घर के बाहर तारों के गुच्छे हैं। उन्होंने अपनी तार को ऊंचा रखने के लिए लोहे का पोल लगाया था। निगम के अधिकारियों ने वहीं पर बिजली की तारें लगा दी है। अब हालात ऐसे हैं कि सुबह व दोपहर के समय स्कूल बसों के गुजरने के दौरान तारों को लाठी से ऊंचा उठाना पड़ता है। उ

नका कहना है कि 18 जुलाई 2019 को उन्होंने निगम कार्यालय में शिकायत दी थी, जिसका शिकायत नंबर 755 है। उन्होंने बार-बार शिकायत पर कार्रवाई के लिए आना पड़ता है। इस दौरान दो बार तारें भी टूट चुकी हैं। उनका कहना है कि बिजली निगम शायद किसी हादसे का इंतजार कर रहा है। शिकायत पर की जा रही है कार्रवाई : एसडीओ

एसडीओ विकासदीप शर्मा का कहना है कि शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कनिष्ठ अभियंता को कड़े निर्देश दिए हैं कि शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई कर रिपोर्ट दी जाए। अगर फिर भी समस्या का समाधान नहीं होता तो उपभोक्ता उनसे मिल सकते हैं।


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