जानलेवा बना बेसहारा गोवंश, नप और नपा लंपी वायरस के नाम पर झाड़ रहे पल्ला
जिले की थानेसर नगर परिषद और चारों नगरपालिकाओं की ढीली कार्रवाई लोगों की जान पर बन रही है। जिले में सड़कों पर घूम रहे गोवंश को नप और नपा अब तक सड़कों से नहीं हटा पाई हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिले की थानेसर नगर परिषद और चारों नगरपालिकाओं की ढीली कार्रवाई लोगों की जान पर बन रही है। जिले में सड़कों पर घूम रहे गोवंश को नप और नपा अब तक सड़कों से नहीं हटा पाई हैं। लंपी स्किन वायरस के नाम पर गोवंश को सड़कों से हटाने की बात कहकर अधिकारी अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। यह तब है जब चार दिन पहले ही उपायुक्त मुकुल कुमार ने थानेसर नगर परिषद को सड़कों से गोवंश हटाने के आदेश दिए थे। इसके बावजूद स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। आए दिन वाहन चालक गोवंश से टकराकर घायल हो रहे हैं। जिले में 11 साल की बच्ची सहित लाडवा ब्लाक समिति के पूर्व उप चेयरमैन व एक युवक गोवंश के कारण मौत का शिकार हो चुके हैं। इसके बावजूद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं है।
जिले की करीब 24 गोशालाएं हैं। इनमें इस समय करीब 10 हजार गोवंश पहले से ही मौजूद है। ऐसे में शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश को इनमें रख पाना मुश्किल है। दिन-रात गोवंश सड़कों पर बैठा रहते हैं, जिस कारण हादसे हो रहे हैं। शहर के पिपली से थर्ड गेट तक, सलारपुर रोड, सेक्टर-2, 7, 5 व 13, पिहोवा रोड, कैथल रोड, झांसा रोड, मुख्य बाजार, पुराना बस अड्डा सहित शहर की विभिन्न कालोनियों में गोवंश सड़कों पर बैठा है। ऐसे ही हालत जिले की चारों नगर पालिकाओं में है। बेसहारा गोवंश नेशनल हाईवे भी अछूते नहीं हैं। अब लंपी वायरस के चलते गोशाला संचालकों ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। गोशाला संचालकों का तर्क है कि लंपी वायरस के कारण उनके पास रह रहा गोवंश भी बीमारी की चपेट में आ जाएगा।
पलक की मौत ने झकझोर दिए लोग
शाहाबाद की लक्की कालोनी निवासी 11 वर्षीय पल्लक की दो सांडों की लड़ाई के दौरान बीच में आने से हुई मौत ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। तीसरी कक्षा की पलक की मौत से परिवार क्षुब्ध है। वे ताउम्र इस हादसे को भूल नहीं पाएंगे। लाडवा के ब्लाक समिति के पूर्व उप चेयरमैन गुरमेल धनौरा का परिवार भी गुरमेल की मौत को भूल नहीं पाया है। यह हादसा भी सड़क पर गोवंश के कारण हुआ था। वहीं गांव बदरपुर का युवक भी सड़क पर गोवंश के कारण काल का ग्रास बना था। सड़कों पर अक्सर गोवंश लड़ता रहता है। जिससे लोग इनके शिकार हो रहे हैं।
नप ने निकाला था टेंडर, एक ठेकेदार ने ही भरा टेंडर
नप थानेसर की ओर से पिछले दिनों सड़कों को गोवंश से हटाने के लिए टेंडर निकाला था, मगर टेंडर लेने के लिए एक ही ठेकेदार पहुंचा था, जिसके कारण नप ने टेंडर को रद्द कर दिया था। चार दिन पहले उपायुक्त ने आदेश दिए थे कि सड़कों से गोवंश को हटाया जाए। नप की ओर से तीन दिन तक अभियान चलाया गया, मगर गोशाला संचालकों लंपी वायरस के कारण गोवंश को लेने से इंकार कर दिया है। जिसके चलते यह अभियान बीच में ही रोकना पड़ा।
आप ने सौंपा था मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सड़कों पर सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गोवंश को हटाने और वैक्सीन लगवाने की मांग को लेकर 10 अगस्त को डीआरओ के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में कहा गया था कि धर्मनगरी में गोवंश की दुर्दशा हो चुकी है। गोवंश को गोशाला में पहुंचाएं। इसके साथ पशु चिकित्सा की ड्यूटी लगाएं और गांव व गोशाला में गोवंश का इलाज कराएं। विधायक से भी इसकी मांग की थी। लंपी के कारण नहीं ले रहे गोशाला संचालक गोवंश : ईओ
नगर परिषद थानेसर के कार्यकारी अधिकारी बलबीर रोहिल्ला ने बताया कि नगर परिषद की ओर से गोवंश को सड़कों से हटाने के लिए अभियान चलाया था। लंपी स्किन बीमारी के कारण गोशाला संचालकों ने गोवंश को लेने से इंकार कर दिया, जिसके चलते अभियान को बंद किया गया है।