पल में आई मौत, विवाह की खुशियां मातम में बदली
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : कहते हैं कि मौत दबे पांव आती है और किसी भी पल आ सकती है। ऐस
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : कहते हैं कि मौत दबे पांव आती है और किसी भी पल आ सकती है। ऐसा ही कुछ बुधवार रात शाहाबाद में शादी के एक समारोह में भी ऐसा कुछ देखने को मिला। शुगर मिल से सेवानिवृत्त एवं श्रीकृष्ण गौशाला के पूर्व प्रधान आनंद कौशिक के पुत्र की शादी में देखने को मिली। कौशिक के बड़े पुत्र की शादी शाहाबाद-लाडवा स्थित एक पैलेस में तय थी। घर में मेहमानों का जमावडा लगा था और ढोल नगाडों व बैंड बाजों के साथ सायं के समय बारात पैलेस के लिए रवाना हुई। परिवार के मुखिया आनंद कौशिक ने सभी की आवभगत की और सभी आगंतुक मेहमानों के साथ चित्र खिचवाए। अधिकतर मेहमान खाना खाकर विदा हो गए तथा परिवार के कुछ सदस्य तथा दुल्हन के परिजन मौके पर मौजूद थे कि इसी बीच लड़के के पिता आनंद कौशिक के सीने में दर्द उठा और वह गिर पडे जिस पर उन्हें एक निजी अस्पताल में लाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत्त घोषित कर दिया। आनंद कौशिक के साथ डाक्टर के पास गए मेहमानों के हाथ पांव फूल गए लेकिन उन्होने मिलकर एक निर्णय लिया कि विवाह सम्पन्न होने तक किसी को कुछ नहीं बताएंगे। उन्होने शव को एक निजि अस्पताल में रखवा दिया। इसी बीच मेहमानों के आनंद कौशिक की तबीयत पूछे जाने पर कहा कि वह ठीक हैं और वह आराम कर रहे हैं। जब विवाह संपन्न हो गया तो परिजनों को सूचित किया गया जिस पर खुशियों भरा माहौल मातम में बदल गया।