कोरोना योद्धाओं को पता है मास्क की अहमियत
कुरुक्षेत्र । एक तरफ कोरोना वायरस को लेकर लोग लापरवाही बरत रहे हैं वहीं एंबुलेंस पर तैनात कोरोना योद्धा चालक और ईएमटी पूरी तरह से सतर्क हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : एक तरफ कोरोना वायरस को लेकर लोग लापरवाही बरत रहे हैं वहीं एंबुलेंस पर तैनात कोरोना योद्धा चालक और ईएमटी पूरी तरह से सतर्क हैं। उन्हें मास्क की अहमियत का बखूबी पता है। मास्क कितना जरूरी है इसकी जानकारी ये कोरोना योद्धा एंबुलेंस में बैठने वाले मरीजों व परिजनों को भी दे रहे हैं।
शुक्रवार को जब एलएनजेपी अस्पताल में एंबुलेंस पहुंची तो इस पर तैनात कर्मचारी नियम की पालना करते हुए नजर आए। कर्मचारियों ने न केवल मुंह पर मास्क लगाए हुए थे बल्कि एंबुलेंस से उतरने के बाद हाथों को भी सैनिटाइज किया।
दोपहर के दो बजे हैं और एलएनजेपी अस्पताल परिसर में एक एंबुलेंस आकर रुकी है। इसमें से एक मरीज और उसका परिजन उतरे। दोनों आइसोलेशन वार्ड की ओर जा रहे हैं। दोनों ने मुंह पर मास्क डाला हुआ है और चालक व ईएमटी भी मुंह पर मास्क पहने हुए हैं। एंबुलेंस चालक और ईएमटी ने भी मुंह पर मास्क डाला हुआ है। वे बताते हैं कि कोरोना वायरस को लेकर न केवल वे खुद जागरूक हैं बल्कि दूसरों को भी जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। कोरोना वायरस को लोग जहां हल्के में ले रहे हैं। उन्हें लगता है कि उन्हें कोरोना नहीं होगा। उन्हें समझाया जाता है कि जागरूकता ही इसकी दवा है। कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ रहा है। ऐसे में मुंह पर थ्री लेयर मास्क जरूर पहने। इसके पहनने से 95 प्रतिशत आप खुद भी सुरक्षित हैं और दूसरों को भी सुरक्षित करते हैं। जबकि हाथों को बार-बार सैनिटाइज करते रहें या धोते रहें। चालक व ईएमटी ने कहा कि किसी भी केस को वे जब भी उठाने के लिए जाते हैं तो पहले उन्हें मुंह पर मास्क लगाने की अपील करते हैं। कुछ लोगों के पास थ्री लेयर मास्क नहीं होते तो उपलब्ध होने पर उन्हें थ्री लेयर मास्क उपलब्ध कराते हैं। चालकों ने कहा कि जागरूकता ही कोरोना से बचा सकती है।