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गेहूं उठाने के लिए ठेकेदार लेते कमीशन, आढ़तियों को लाखों का होता नुकसान

अनाज मंडियों से गेहूं के उठान के लिए दो से पांच रुपये प्रति कट्टा वसूलने का खेल चल रहा है। पैसे न देने पर गेहूं के कट्टे उठाए नहीं जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 May 2018 12:22 AM (IST)Updated: Fri, 04 May 2018 12:22 AM (IST)
गेहूं उठाने के लिए ठेकेदार लेते कमीशन, आढ़तियों को लाखों का होता नुकसान
गेहूं उठाने के लिए ठेकेदार लेते कमीशन, आढ़तियों को लाखों का होता नुकसान

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अनाज मंडियों से गेहूं के उठान के लिए दो से पांच रुपये प्रति कट्टा वसूलने का खेल चल रहा है। पैसे न देने पर गेहूं के कट्टे उठाए नहीं जा रहे हैं। आढ़तियों के इस मामले को बार-बार उठाने पर भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अधिकारियों की लापरवाही से ठेकेदार मनमानी कर रहा है।

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इस मनमानी में किसी आढ़ती का 26 अप्रैल को खरीदा गया गेहूं का उठान हो गया है, तो कई का 11 अप्रैल को खरीदा गया गेहूं भी दुकानों के सामने पड़ा है। जिले भर की अनाज मंडियों में बुधवार तक खरीदा गया 577456 टन गेहूं में से अब तक 406344 टन गेहूं का उठान हो पाया है। बचा हुआ गेहूं उन आढ़तियों के गेहूं का है, जिन्होंने उठान के लिए पैसे देने से मना कर दिया।

भुगतान अटकने और गर्मी में वजन घटने के डर से दे रहे पैसे

आढ़ती गेहूं का भुगतान अटकने और गर्मी में उसका वजन घटने से होने वाले नुकसान के डर से से¨टग कर रहे हैं। अगर ज्यादा दिन तक गेहूं उठान नहीं होगा, गर्मी में उसका वजन कम हो जाएगा। वजन कम होने पर इसका नुकसान आढ़ती को भरना होगा। इतना ही नहीं हैफेड के नियमानुसार उसके गेहूं गोदाम में पहुंचने के बाद वह भुगतान जारी करता है। उठान में देरी से आढ़ती की पेमेंट रुकती है, जिससे किसान को परेशानी आती है। आढ़ती इस परेशानी से बचने के लिए भी जैसे-तैसे अपनी गेहूं उठाने का प्रयास करते हैं।

फोटो--16:

14 को खरीदे गए गेहूं का नहीं हुआ उठान

आढ़ती अवतार ¨सह ने बताया कि 14 अप्रैल को खरीदा गया गेहूं का आज तक उठान है। दुकान तक पहुंचने का रास्ता बनाने के लिए भी उन्हें उसके चट्टे लगाने पड़े हैं। ठेकेदार नजराना लेने के चक्कर में उनके गेहूं को नहीं उठा रहा है।

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फोटो 17:

अधिकारी की लापरवाही का है परिणाम

पूर्व प्रधान अंग्रेज ¨सह ने कहा कि अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। अनाज मंडी में गेहूं उठान को लेकर सिस्टम ही नहीं बनाया गया है। योजना तैयार न करने पर ठेकेदार अपनी मनमानी चला रहा है। पैसे लेकर गेहूं उठाया जा रहा है।

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फोटो--18

अधिकारी होंगे जिम्मेदार

श्रीकृष्णा आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष शीश पाल ¨सगला ने कहा कि उन्होंने उपायुक्त और एसडीएम को पत्र लिखकर शिकायत की है। खरीद के 72 घंटे बाद गेहूं के वजन कम होने का जिम्मेदार अधिकारी या ठेकेदार होगा। आढ़तियों ने 15 दिन पहले खरीदा गया गेहूं भी अनाज मंडी में पड़ा है। वह कई बार पहले भी अधिकारियों को यह बात कह चुके हैं।

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एसडीएम ने कार्रवाई के दिए निर्देश

थानेसर की मार्केट कमेटी के सचिव राहुल मेव ने कहा कि आढ़ती एसोसिएशनों ने ठेकेदार के खिलाफ शिकायत एसडीएम को सौंपी है। एसडीएम ने इस शिकायत को कार्रवाई के लिए जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी को भेजा है।


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