डाक टिकट संग्रहण से बच्चों में आएंगे संस्कार : रंजू प्रसाद
विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के स्पेशल कवर (डाक टिकट युक्त लिफाफा) का लोकार्पण भारतीय डाक विभाग द्वारा जिला स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी के समापन समारोह में किया गया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के स्पेशल कवर (डाक टिकट युक्त लिफाफा) का लोकार्पण भारतीय डाक विभाग द्वारा जिला स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी के समापन समारोह में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हरियाणा परिमंडल की मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल रंजू प्रसाद रहीं। इस अवसर पर मंचासीन विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डॉ. रामेंद्र सिंह, कोषाध्यक्ष पंकज शर्मा, विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के सह संगठन मंत्री बाल किशन, कुरुक्षेत्र डाकघर के अधीक्षक वेद प्रकाश एवं डॉ.आर ऋषि उपस्थित रहे।
रंजू प्रसाद ने कहा कि डाक टिकट के संग्रहण की प्रदर्शनी अधिकतर स्कूलों में लगाई जाती है, क्योंकि बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति अधिक होती है। यह संग्रहण केवल बच्चों द्वारा ही नहीं बल्कि बड़ों को भी करना चाहिए, क्योंकि इससे उनमें प्राचीन धरोहरों, महापुरुषों को जानने का अवसर मिलेगा और ज्ञानवृद्धि भी होगी। कार्यक्रम में विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डॉ. रामेंद्र सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र भारत की प्राचीन काल से सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाता है। यहां जनमानस में एक विशेष रुचि है कि प्राचीन सांस्कृतिक विरासत की चीजों को भली प्रकार से समझने की, उनको संरक्षित करने की जिजीविषा देखने में आती है चाहे कुरुक्षेत्र के किसी भी स्थान पर जाएं, स्मारक पर जाएं वहां भी देखने को मिलेगी। यह डाक टिकट भी वास्तव में उसी का एक रूप है। संस्थान ने 1984 में 3000 छात्रों से संस्कृति का बोध कराती संस्कृति ज्ञान परीक्षा शुरू की थी। जिसमें निरंतर वृद्धि होती गई और गत वर्ष इस परीक्षा में लगभग 22 लाख छात्रों ने भाग लिया है। उन्होंने पोस्टकार्ड और अन्तर्देशीय पत्रों पर बच्चों को लिखने और भेजने की आदत बनाने पर बल दिया। कार्यक्रम को कुरुक्षेत्र डाक विभाग के अधीक्षक वेद प्रकाश ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर वेद प्रकाश ने सभी अतिथियों को सम्मानित किया, जबकि सभी अतिथियों ने रंजू प्रसाद को गौरव संस्कृति सम्मान प्रदान किया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे छात्रों को पुरस्कृत भी किया गया।