जागरण लाइव: बच्चों और शिक्षकों ने खुद ही कर ली छुंट्टी
प्रदेश सरकार ने भले ही त्योहारों के बीच में एक वर्किड डे पर छुट्टी नहीं की हो, लेकिन स्कूलों में बच्चों ने अपने आप छुट्टी घोषित कर दी। जिले भर के स्कूलों में बृहस्पतिवार को स्कूलों में बच्चों की संख्या 20 प्रतिशत का आंकड़ा पार नहीं कर पाई। कई स्कूलों में तो दस से 20 छात्र ही पहुंचे। जिनकी भी शिक्षकों ने छुट्टी कर दी। पिहोवा के फौजी प्लाट में सुबह दस बजे ही स्कूल खाली हो गया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रदेश सरकार ने भले ही त्योहारों के बीच में एक वर्किड डे पर छुट्टी नहीं की हो, लेकिन स्कूलों में बच्चों ने अपने आप छुट्टी घोषित कर दी। जिले भर के स्कूलों में बृहस्पतिवार को स्कूलों में बच्चों की संख्या 20 प्रतिशत का आंकड़ा पार नहीं कर पाई। कई स्कूलों में तो दस से 20 छात्र ही पहुंचे। जिनकी भी शिक्षकों ने छुट्टी कर दी। पिहोवा के फौजी प्लाट में सुबह दस बजे ही स्कूल खाली हो गया। स्कूल में बच्चों की संख्या न के बराबर थी। इसके अलावा अन्य स्कूलों में भी स्थिति ऐसी ही थी। स्कूलों में बच्चों के साथ ही शिक्षकों ने भी छुट्टियां ली।
प्रदेश सरकार की ओर से इस बार दिवाली की छुट्टियों के बीच में कार्य दिवस का असर स्कूलों और कार्यालयों में साफ दिखाई दिया। स्कूलों में बच्चों ने छुट्टियों के बीच में आना मुनासिब ही नहीं समझा और न चाहते हुए भी स्कूलों की छुट्टी हो गई। जिले में दर्जनों स्कूल तो ऐसे भी थे जिनमें 20 से 30 छात्र ही पहुंचे। जिले में पिहोवा स्थिति फौजी प्लाट में स्थित मिडिल स्कूल में सुबह लगभग 20-30 बच्चे ही ही पहुंचे। जिनकी भी दस बजे के आसपास छुट्टी कर दी गई। स्कूल में 13 शिक्षकों में ये हेडमास्टर समेत पांच शिक्षक भी छुट्टी पर थे। कम संख्या के कारण कर दी छुट्टी
स्कूल में ही स्थित ब्लाक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उपस्थित अधिकारी विरेंद्र वर्मा ने बताया कि बच्चों की संख्या कम होने के कारण बच्चों को घर भेजा गया था। उन्होंने कहा कि छुट्टी लेना शिक्षकों का अधिकार है। ऐसे ही कई अन्य स्कूलों में बच्चों की संख्या इसी प्रकार थी। अपनी छुट्टियों के फेर में बदल रहे हर वर्ष अवकाश
प्रदेश की हर साल बदलती नीति और सचिवालय के अधिकारियों की अपने कार्य दिवस के अनुसार छुट्टियों का कैलेंडर तैयार करने का खामियाजा स्कूलों को भुगतना पड़ रहा है। अधिकारी शनिवार और रविवार को साथ मिलाकर तीन दिनों का अवकाश करते हैं और इन छुट्टियों को बदलते रहते हैं। पिछले वर्ष प्रदेश सरकार की ओर से जारी कैलेंडर में विश्वकर्मा दिवस शुक्रवार को था तो इसकी छुट्टी कर दी गई थी। वहीं इस बार शुक्रवार को भैया दूज है तो अवकाश का बदलकर भैया दूज का कर दिया गया है। पिछली बार शनिवार को स्कूलों की छुट्टी नहीं की गई थी। छुट्टियों के कारण कार्यालय भी रहे खाली
ऐसा नहीं है कि स्कूलों में छुट्टियों के बीच में छुट्टी जैसा माहौल रहा। कार्यालयों में अधिकतर कर्मचारी आरएच लेकर अवकाश पर रहे। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तो बड़े अधिकारी समेत सैकड़ों कर्मचारी अवकाश पर थे। विश्वविद्यालय में कुलपति और कुलसचिव भी छुट्टी पर थे। यही हाल लघु सचिवालय का था। जहां पर अधिकांश कार्यालयों में कर्मचारियों की अधिकतर सीटें खाली थी। जिसके कारण लोग भी कार्यालयों में कार्य के लिए नहीं पहुंचे। कई कार्यालयों में जो कर्मचारी आए थे वो भी दोपहर बार निकल लिए।