अमेरिका, आस्ट्रेलिया, बुल्गारिया, स्वीडन, इंग्लैंड, कनाडा में लाइव सुना मुख्यमंत्री को
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वेबिनार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ अमेरिका आस्ट्रेलिया बुल्गारिया स्वीडन इंग्लैंड व कनाडा से भी लोग जुड़े। विषय आत्मनिर्भर भारत कोरोना के बाद विषय रहा। मुख्यमंत्री ने विदेशी लोगों के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि आज दिनचर्या बदली है और नया वर्जन शुरू हुआ है। इसे हम ट्वेंटी-ट्वेंटी भी कह सकते हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वेबिनार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ अमेरिका, आस्ट्रेलिया, बुल्गारिया, स्वीडन, इंग्लैंड व कनाडा से भी लोग जुड़े। विषय आत्मनिर्भर भारत: कोरोना के बाद विषय रहा। मुख्यमंत्री ने विदेशी लोगों के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि आज दिनचर्या बदली है और नया वर्जन शुरू हुआ है। इसे हम ट्वेंटी-ट्वेंटी भी कह सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमारा चरित्र, शरीर, मन और संस्कार अच्छे होंगे तभी हम एक अच्छे देश का निर्माण कर पाएंगे। उन्होंने वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को अपनाते हुए भारत की आत्मनिर्भरता को पूरे विश्व के साथ जोड़ने की पहल की।
उन्होंने स्वदेशी की भावना पर बल देते हुए लोकल से वोकल की अवधारणा को अपनाने का आह्वान किया। इसके साथ वेबिनार के लिए विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीता खन्ना व उनकी टीम को बधाई दी। स्पेशल नॉलेज ऑफ इंप्रूवमेंट इन लेवल ऑफ लाइफ की अवधारणा मुख्यमंत्री ने स्पेशल नॉलेज ऑफ इंप्रूवमेंट इन लेवल ऑफ लाइफ के रूप में स्किल की नई परिभाषा दी। उन्होंने कहा कि एस फॉर स्पेशल, के फॉर नालेज, आई फॉर इंप्रूवमेंट, एल फॉर लैवल और एल फॉर लाइफ की नई अवधारणा को अपने व्याख्यान में प्रस्तुत किया और इसे अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने विदेशी लोगों के सवालों का दिया जवाब
लंदन से सीमा अहलावत ने पूछा कि कोविड-19 के बाद प्रदेश सरकार का युवाओं के कौशल विकास की दिशा में क्या रोडमैप होगा? मुख्यमंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि कोविड-19 के बाद कुशल संसाधनों की आवश्यकता जानने के लिए जिलास्तर पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से पिछले सप्ताह ही सर्वेक्षण किया गया। इससे कई नए कोर्सों की पहचान हुई है। जिनमें छात्रों को शिक्षा दी जाएगी। ग्रामीण छात्रों के लिए ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था के दूसरे सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कोराना के दौरान गुगल क्लास रूम, शिक्षा सेतु मोबाइल एप्लीकेशन, लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम, वाट्सएप इत्यादि जैसे कई ऑनलाइन मोड़ का उपयोग शुरू किया था।
तीसरे प्रश्न में कोरोना काल के उपरांत युवाओं के रोजगार के लिए सरकार की योजनाओं के बारे में पूछा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की अर्थ व्यवस्था को जल्दी से पटरी पर लाने की कोशिश है। नए निवेशकों को आकर्षित किया जाएगा। हम नाम से एक नया पोर्टल भी शुरू किया है। कोई भी उद्यमी अपनी इकाई की मांग को पूरा करने के लिए हरियाणा के सक्षम युवा पोर्टल पर पंजीकृत हरियाणा के पढ़े-लिखे बेरोजगारों में से चयन कर सकता है। सक्षम योजना में युवाओं को हर महीने 100 घंटे काम की गारंटी है। यूएसए से किसानों के लिए पूछा सवाल
यूएसए से ग्लोबल हरियाणा के निदेशक विक्रम मोर ने मुख्यमंत्री से प्रश्न किया कि किसानों के लिए क्या योजना है और एनआरआई किस तरीके से किसानों की मदद कर सकते हैं?
मुख्यमंत्री ने यह प्रश्न करने पर उनका धन्यवाद किया और कहा कि सरकार ने 2022 तक किसानों की आमदन दोगुना करने की योजना तैयार की है। किसान अपनी उपज अपनी मर्जी से कहीं भी बेच सकता है। केंद्र व प्रदेश सरकार छोटे किसानों को प्रतिवर्ष छह-छह हजार रुपये की मदद दे रही है। उन्होंने उनसे आग्रह किया कि विदेशों में कृषि की नई तकनीक से सरकार को अवगत करवाएं ताकि किसानों का लाभ हो सकें।