केंद्र हो या राज्य दोनों ही सरकारें घोर किसान विरोधी : योगेंद्र यादव
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि 29-30 नवंबर को दिल्ली किसान आंदोलन ऐतिहासिक साबित होने वाला है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि 29-30 नवंबर को दिल्ली किसान आंदोलन ऐतिहासिक साबित होने वाला है। इस आंदोलन में हरियाणा का किसान देश और राज्य की सबसे किसान विरोधी सरकार को झकझोर कर रख देगा। देश में 2019 में दो ही मुद्दे हो सकते हैं, एक तो किसान और नौजवान का या फिर ¨हदू और मुसलमान का। ऐसे में किसान और जवान की भूमिका इस चुनाव में निर्णायक होने वाली है।
योगेंद्र यादव जाट धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को सरकारें इसलिए ध्यान नहीं देतीं कि किसान बंटे हुए हैं, मगर 29-30 नवंबर को'संसद का विशेष अधिवेशन बुलाओ' की मांग के साथ होने जा रहा'दिल्ली चलो'का नारा पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर 200 से अधिक किसान संगठनों को एक मंच पर लेकर आया है।
किसान मुक्ति मार्च में शामिल 200 से अधिक किसान संगठनों की सिर्फ दो ही मांगें हैं। पहली किसान को फसल का पूरा दाम दो और दूसरी किसान को सभी कर्जों को एक झटके में कर्ज मुक्त करो। यह दोनों मांगें कोई हवाई नहीं हैं, बल्कि बहुत ही सोच-समझ के किसान संगठनों ने बनाई हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए देश की सबसे किसान विरोधी साबित हो रही केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ देशभर के'किसान भारतीय किसान समन्वय समिति'के बैनर तले दिल्ली में 29 और 30 नवंबर को प्रचंड प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इस प्रदर्शन में हरियाणा के किसानों की भागीदारी व्यापक स्तर पर हो, इसके लिए स्वराज इंडिया अध्यक्ष और किसान नेता योगेंद्र यादव ने तीन दिन की हरियाणा यात्रा शुरू की है। इस यात्रा में वे सोनीपत, जींद, हिसार, अंबाला, सिरसा, रेवाड़ी, पंचकुला, कुरुक्षेत्र समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों का दौरा करेंगे।
इस मौके पर स्वराज इंडिया के प्रदेश महासचिव दीपक लांबा, जिला पार्षद राजेश बारना, राज्य कार्यकरिणी सदस्य रोहित आर्या, र¨वदर और जय किसान आंदोलन से जुड़े यशदेव भी मौजूद रहे।