श्रद्धा और उल्लास से मनाया गया करवा चौथ का त्योहार
पति की लंबी आयु की कामना को लेकर जिले भर में महिलाओं ने करवा चौथ का त्योहार श्रद्धा और उल्लास से मनाया। इन दिन सुहागिनों ने दिन भर व्रत रखा और दोपहर बाद कथा सुनकर जल का आचमन किया। व्रत पर रही महिलाओं ने देर रात चांद देखकर ही अपनी पूजा अर्चना संपन्न की।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पति की लंबी आयु की कामना को लेकर जिले भर में महिलाओं ने करवा चौथ का त्योहार श्रद्धा और उल्लास से मनाया। इन दिन सुहागिनों ने दिन भर व्रत रखा और दोपहर बाद कथा सुनकर जल का आचमन किया। व्रत पर रही महिलाओं ने देर रात चांद देखकर ही अपनी पूजा अर्चना संपन्न की। इसके लिए जिले भर में कई जगह होटलों, आश्रमों और सेक्टरों के पार्कों में एकत्रित हुई महिलाओं ने कथा सुनकर पूजा संपन्न की।
होटल क्लार्क इन में महिलाओं ने रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया। देवयानी गोयल के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं ने लगभग 150 महिलाओं ने कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। कार्यक्रम में अमिता बिद्रा और राखी गोयल ने महिलाओं का स्वागत किया। महिलाओं ने पुराने गीतों पर जमकर नृत्य किया, करवा चौथ पर आधारित गीत गाए। देवयानी गोयल ने कहा कि महिलाओं ने एक दूसरे को सुहाग की सामग्री भेंट की। करवाचौथ का व्रत अन्य किसी भी व्रत के मुकाबले कठिन होता है और पति-पत्नी के पवित्र बंधन और प्यार को मजबूत करने के लिए महिलाएं इस व्रत को रखती हैं। भारतीय संस्कृति में इस व्रत का विशेष महत्व है और महिलाएं इसे पूरी श्रद्धा के साथ निभाती हैं। दुल्हन की तरह श्रृंगार करके सुहागिनें एक दिन की कठिन तपस्या करती हैं। विवाहित महिलाएं पति की सुख-संपन्नता की कामना करते हुए गणेश और शिव-पार्वती की पूजा अर्चना करती हैं। राजेन्द्र नगर स्थित नंगली वाली कुटिया परिसर में शाम के समय करवा चौथ की पूजा में सैकड़ो महिलाओं ने भाग लिया। सेक्टर पांच के पार्क में एकत्रित हुई महिलाओं बरखा रानी, संदीप कौर, यशवंती, अमन कौर, गीता, प्रीती, उर्मीला, गीता डोडा, नेहा भारद्वाज ने करवा चौथ की कहानी सुनी। अधिकतर स्थानों पर महिलाओं ने अपने घरों में ही यह रस्म निभाई।