Move to Jagran APP

बैंकों की सुरक्षा सिर्फ सीसीटीवी कैमरों के भरोसे

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पुलिस प्रशासन बार-बार बैंकों को सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दि

By Edited By: Published: Fri, 04 Nov 2016 01:34 AM (IST)Updated: Fri, 04 Nov 2016 01:34 AM (IST)
बैंकों की सुरक्षा सिर्फ सीसीटीवी कैमरों के भरोसे

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

loksabha election banner

पुलिस प्रशासन बार-बार बैंकों को सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हुए हैं, लेकिन कोई भी बैंक इन निर्देशों को लेकर गंभीर नहीं है। जिसका परिणाम पंजाब नेशनल बैंक की मिर्जापुर शाखा में हुई लूट में सामने आया। बैंक में केवल सीसीटीवी कैमरे के ही भरोसे बैंक की सुरक्षा थी। सीसीटीवी कैमरों पर कर्मचारियों व बैंक की सुरक्षा का जिम्मा सौंप कर आला अधिकारी नि¨श्चत हैं। बृहस्पतिवार को हुई वारदात ने बैंक की सुरक्षा की पोल खोल कर रख दी। बेशक लुटेरों ने बैंक में किसी को हताहत नहीं किया, लेकिन अगर कोई विरोध जताता तो निश्चित तौर पर जान का भी नुकसान हो सकता था। लुटेरे नकाब पहन कर बैंक में घुसे थे, ऐसे में केवल सीसीटीवी कैमरों के भरोसे नकाबपोश लुटेरों तक पहुंचना आसान नहीं होगा।

बैंकों में करीब एक दशक से केवल मुख्य शाखाओं में ही सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। ग्रामीण व अन्य शाखाओं में कहीं भी सुरक्षा कर्मी नहीं हैं, केवल सीसीटीवी कैमरे लगाकर सुरक्षा प्रबंधों से बैंक अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। इसी का परिणाम गांव मिर्जापुर की शाखा में बृहस्पतिवार दोपहर को देखने को मिला। बैंक में करीब सवा तीन बजे दो युवक मुंह बांधे अंदर घुस गए। जाते ही युवकों ने बैंक में मौजूद पांचों कर्मचारियों व चार ग्राहकों को एक तरफ कर दिया। हालांकि इस दौरान सफाई कर्मचारी अमित कुमार ने उनके घुसते समय बैंक के मुख्य द्वार को बंद करने का प्रयास भी किया, मगर लुटेरों ने उसे रिवाल्वर के बट से घायल कर दिया, जिसके बाद कोई भी साहस नहीं जुटा पाया। सुरक्षा न होने का फायदा उठाते हुए लुटेरों के दो अन्य साथी भी बैंक में घुस गए और उन्होंने बड़ी इत्मीनान से वारदात को अंजाम दिया। बैंक कर्मचारियों व ग्राहकों की आंखों के सामने ही कैशियर के कक्ष में रखे पैसे थैले में डाल लिए। उसके बाद कैशियर को वे स्ट्रांग रूम में ले गए और वहां रखे लॉकर से नकदी भी लूट कर ले गए। लुटेरे बैंक से करीब साढ़े पांच लाख रुपये लेकर फरार हो गए। हालांकि सही रकम का खुलासा बैंक कैशियर के नकद व वाउचर मिलान के बाद होगा। मौके पर मौजूद ग्राहकों का कहना था कि लुटेरे किसी की जान भी ले सकते थे। बैंकों में सुरक्षा कर्मी लाजमी होना चाहिए। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बैंक सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरतते हैं, जिससे ऐसी वारदातें होती है। बैंकों को हिदायतें दी गई है कि वे सुरक्षा के इंतजाम करें।

बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की लोकेशन भी गलत

मिर्जापुर स्थित पीएनबी बैंक के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की लोकेशन भी बेहद गलत है। इस कैमरे से बाहर रखा जनरेटर तो दिखाई दे रहा है, मगर वहां खड़े किसी भी वाहन की नंबर प्लेट दिखाई नहीं दे रही। इसके साथ ही बैंक में आने वाले लोगों के चेहरे भी सीधे दिखाई नहीं देते। इसी का फायदा लुटेरों ने भी उठाया और उन्होंने मोटरसाइकिल इस जनरेटर से थोड़ी आगे खड़ी कर दी, जिससे उनका नंबर दिखाई नहीं दिया। आसपास की दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से यह अवश्य पता चला है कि लुटेरे थर्ड गेट की ओर से आए थे।

रिवाल्वर का बट लगने से बेसुध हुआ सफाई-

कर्मी

बैंक में कार्यरत सफाई कर्मी अमित कुमार का कहना है कि रिवाल्वर का बट लगने से वह बेसुध हो गया। उसके सिर से भी खून बहने लगा। उन्होंने लुटेरों को आपस में बातचीत करते सुना था और वे बेखौफ थे।

बैंक के आला अधिकारी करते हैं सुरक्षा व्यवस्था

अग्रणी बैंक शाखा के प्रबंधक वीरेंद्र वालिया का कहना है कि बैंकों में सुरक्षा व्यवस्था बैंक के आला अधिकारी ही देखते हैं। बैंक की मुख्य शाखाओं में सुरक्षा के प्रबंध हैं। ग्रामीण शाखाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, वहीं ऐसे बैंकों के बाहर एटीएम को भी बैंक के बंद होने पर बंद कर दिया जाता है।

टैरी कॉलेज कर्मी ने जमा कराए थे दो लाख 17 लाख

बैंक में जिस वक्त वारदात हुई उससे कुछ समय पहले टैरी कॉलेज का कर्मचारी बैंक में दो लाख 17 हजार रुपये जमा कराने के लिए आया था। उसने यह राशि कैशियर को दे दी थी। कैशियर ने इसकी गिनती भी कर ली थी। टैरी कॉलेज सचिव आदित्य गुप्ता ने बताया कि उनके कर्मी ने यह राशि दे दी थी। हालांकि तब तक बैंक कर्मी ने उपरोक्त राशि की रसीद उसे नहीं दी थी।

फोटो संख्या:

बैंक वाउचर के मिलन के बाद पता लगेगी सही राशि

पीएनबी के शाखा प्रभारी ओडी शर्मा का कहना है कि बैंक में बृहस्पतिवार को हुए लेन-देन के वाउचरों का मिलान किया जा रहा है। जिसके बाद सभी राशि का पता चल पाएगा। अभी अनुमान है कि लुटेरे लगभग साढ़े पांच लाख रुपये लूट कर ले गए हैं।

जांच के लिए स्वयं पहुंचे पुलिस अधीक्षक

मिर्जापुर बैंक में लूट की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक सिमरदीप ¨सह स्वयं मौके पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक ने पहले बैंक के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को जांचा और उसके उपरांत बाहर दो दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की। उन्होंने दुकानदारों से बातचीत कर इस संबंध में जानकारी जुटाई। उन्होंने दुकानदारों से यह भी जाना कि पिछले दिनों बैंक के आसपास संदिग्ध व्यक्ति तो घुमते नजर नहीं आए। हालांकि दुकानदारों से पुलिस को कोई अहम सुराग नहीं मिल पाया।

लुटेरों को पकड़ने के लिए टीम गठित

पुलिस अधीक्षक सिमरदीप ¨सह ने लुटेरों को पकड़ने के लिए पुलिस की अपराध शाखा एक व दो तथा थाना केयूके प्रभारी की टीमों को गठित किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.