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पंजाबी विभाग में पीएचडी दाखिले में भेदभाव का आरोप लगा भूख हड़ताल पर बैठा अभ्यार्थी

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पंजाबी विभाग में पीएचडी दाखिले को लेकर भेदभाव का आरोप लगाते हुए एक अभ्यार्थी भूख हड़ताल पर बैठ गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 07:20 AM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 07:20 AM (IST)
पंजाबी विभाग में पीएचडी दाखिले में भेदभाव का आरोप लगा भूख हड़ताल पर बैठा अभ्यार्थी
पंजाबी विभाग में पीएचडी दाखिले में भेदभाव का आरोप लगा भूख हड़ताल पर बैठा अभ्यार्थी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पंजाबी विभाग में पीएचडी दाखिले को लेकर भेदभाव का आरोप लगाते हुए एक अभ्यार्थी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गया।

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छात्र रवि ने आरोप लगाया कि 28 अगस्त को पंजाबी विभाग में दाखिले की पहली लिस्ट लगी थी, जिसमें हरियाणा ओपन जरनल श्रेणी के अभ्यार्थी को सरकारी नौकरी होने के लिए कारण एनओसी नहीं मिली थी। जिसके चलते सीट खाली रह गई थी। इसके बाद एक जेआरएफ अभ्यार्थी को छोड़कर केवल नेट पास विद्यार्थी को दाखिला दे दिया। छात्र रवि ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने विभाग में ईडब्यूएस की सीट पर श्रेणी के बारे में पूछा तो उसे भ्रमित करके बताया गया कि ऐसी श्रेणी नहीं है। छात्र रवि ने कुलपति, कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा। रवि ने आरोप लगाया कि उनका जेआरएफ होते हुए भी उन्हें नजरअंदाज किया गया है, जिसकी वजह से उन्हें सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी अभ्यार्थी रवि का समर्थन किया। एबीवीपी के जिला विस्तारक दिनेश ने कहा कि छात्र रवि की मांग जायज है। कुवि प्रशासन जिस सरकारी पत्र को ढाल बना कर छात्र रवि के दाखिले को रोक रहा है उसमें ऐसा कहीं नहीं लिखा गया कि एससी का जेआरएफ कटऑफ सामान्य वर्ग के जेआरएफ कटऑफ के बराबर हो तो दाखिल नहीं होगा। ऐसी बात ऑर्डिनेंस में भी नहीं लिखी हुई है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि छात्र रवि को उसका हक नहीं दिया गया तो एबीवीपी आंदोलन करेगी। इस अवसर पर कुवि संयोजक हिमांशु ठाकुर, प्रवीण चंदेल रामू स्वामी, संदीप कुमार, सुरेंद्र, जतिन, प्रदीप, जंगीर, गुलशन, सोनबीर, स्वर्ण सिंह उपस्थित रहे।


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