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भक्तमाल गाथा सुनने से बदल जाता है जीवन : करुणदास महाराज

गीता नगरी कुरुक्षेत्र की पवित्र धरा पर राधा-कृष्ण परिवार द्वारा शनिवार को गीताधाम परिसर में तीसरी बार श्री भक्तमाल कथा का शुभारंभ हुआ। प्रथम दिवस पर कथा व्यास संत स्वामी करुणदास महाराज ने भक्तमाल कथा के अंतर्गत ¨नबार संप्रदाय का प्राकट्य भगवान सुदर्शन चक्र अवतार विस्तार से सुनाया। साथ ही गोस्वामी तुलसीदास का जीवन चरित्र विस्तार से बताया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Feb 2019 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 24 Feb 2019 06:00 AM (IST)
भक्तमाल गाथा सुनने से बदल जाता है जीवन : करुणदास महाराज
भक्तमाल गाथा सुनने से बदल जाता है जीवन : करुणदास महाराज

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: गीता नगरी कुरुक्षेत्र की पवित्र धरा पर राधा-कृष्ण परिवार द्वारा शनिवार को गीताधाम परिसर में तीसरी बार श्री भक्तमाल कथा का शुभारंभ हुआ। प्रथम दिवस पर कथा व्यास संत स्वामी करुणदास महाराज ने भक्तमाल कथा के अंतर्गत ¨नबार संप्रदाय का प्राकट्य, भगवान सुदर्शन चक्र अवतार विस्तार से सुनाया। साथ ही गोस्वामी तुलसीदास का जीवन चरित्र विस्तार से बताया। इस मौके पर मुख्य यजमान सतीश कुमार गुप्ता एवं जरनैल सैनी ने व्यास पूजन में भाग लिया।

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करुणदास महाराज ने बताया कि जयपुर के गलतागाही नामक स्थान की पीठ पर संत अग्रदेवाचार्य महाराज के परम कृपा पात्र नाभा महाराज ने इस भक्तमाल ग्रंथ की रचना की। इसमें सतयुग से लेकर जब ग्रंथ की रचना हुई तब तक के सभी भगवान के प्रेमी संतों, भक्तों, गृहस्थी संतों, सन्नयासियों के जीवन चरित्र लिखे गए है। उन्होंने कहा कि ऐसी भक्तमाल कथा जिसे सुनने मात्र से ही जीवन बदल जाता है। जीव माया के बंधन को तोड़ कर उस परमात्मा की भक्ति में लीन हो जाता है। ऐसी कथा अवश्य सुननी चाहिए। भक्तमाल में किस प्रकार से भक्तों की भक्ति से भगवान ने दर्शन दिए, उसका वृतांत प्रतिदिन सुनाया जाएगा। कथा के बीच-बीच में सुनाए गए भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। कथा की आरती में गीता धाम संचालिका मां सुदर्शन भिक्षु, कुसुम दीदी, पंडित कमल भारद्वाज, कपिल देव, राकेश शर्मा, महेश कुमार गुप्ता, पंडित मुनेष प्रभाकर, स¨लद्र पराशर, वेद प्रकाश शर्मा, संत लाल बाटला, बलदेव सैनी, सुरेंद्र सैनी मौजूद रहे।


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