कलरफुल इंडिया से महकेगी 48 कोस के तीर्थों की बगिया
ब्यूटीफुल इंडिया-कलरफुल इंडिया से पवित्र ब्रह्मसरोवर के साथ-साथ कुरुक्षेत्र 48 कोस के तीर्थों की अब बगिया महकेगी। इस बगिया को बेहद सुंदर फूलों से महकाने के लिए हरियाणा के साथ-साथ देश में लुप्त हो रही 167 से भी ज्यादा फूल वाले पेड़ों को लगाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: ब्यूटीफुल इंडिया-कलरफुल इंडिया से पवित्र ब्रह्मसरोवर के साथ-साथ कुरुक्षेत्र 48 कोस के तीर्थों की अब बगिया महकेगी। इस बगिया को बेहद सुंदर फूलों से महकाने के लिए हरियाणा के साथ-साथ देश में लुप्त हो रही 167 से भी ज्यादा फूल वाले पेड़ों को लगाया जाएगा। इन लुप्त हो रही प्रजातियों में से 30 प्रजातियों के बीज सिरसा के समाजसेवी एवं ब्यूटीफूल इंडिया-कलरफुल इंडिया के संचालक गुरविद्र सिंह घुम्मन ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा को सौंप दिए हैं और बाकी की किस्मों को शीघ्र ही केडीबी के पास द्वारा पहुंचा दिया जाएगा।
सिरसा के समाजसेवी एवं ब्यूटीफूल इंडिया-कलरफुल इंडिया के संचालक गुरविद्र सिंह घुम्मन ने सोमवार को केडीबी कार्यालय में 30 किस्मों के बीज सौंपते हुए कहा कि हरियाणा और भारत की भूमि पेड़ पौधों और फूलों की किस्मों से बहुत अधिक समृद्घ हैं, लेकिन इस क्षेत्र में भी हमारी जमीन से जुड़ी हुई फूलों और पेड़ों की किस्में लुप्त हो रही हैं। लोग हाइब्रिड और विदेशी किस्मों को अपना रहे हैं। यह एक चिता का विषय भी है। इस गंभीर विषय को लेकर काफी चितन और मनन किया। इतना ही नहीं दक्षिण भारत और विदेशों का भ्रमण करने के उपरांत फूलों वाले वृक्ष देखकर मन में ब्यूटीफूल इंडिया-कलरफुल इंडिया के मिशन की योजना तैयार कर जमीनी स्तर पर लागू करने का निश्चय किया है।
उन्होंने कहा कि अगस्त 2018 में सात किस्मों के 167 पौधे महाराष्ट्र पुणे की एक नर्सरी से मंगवाकर सिरसा में लगवाए। इन पौधों को बड़े चाव से लगाया और एक-एक पौधे की अच्छे तरीके से देखभाल की। इन पौधों से बीज भी तैयार किए गए है और इन बीजों को अब गांव की फिरनी, धार्मिक स्थल, पंचायत घर, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र स्थलों पर लगाया जा रहा है। अब तक पंजाब के 300 और हरियाणा के 500 गांवों को कवर कर चुके हैं। इस मिशन के लिए ही कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर और तीर्थ स्थलों को चुना गया है। केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने समाजसेवी द्वारा फूल वाले पेड़ों के जो बीज सौंपे गए हैं, उनको ब्रह्मसरोवर और 48 कोस के तीर्थों पर रोपित किया जाएगा ताकि ब्रह्मसरोवर और 48 कोस के तीर्थ रंग बिरंगे फूलों से महक सके। इस मौके पर केडीबी सदस्य उपेंद्र सिघल व कर्ण सिंह मौजूद थे।