दशहरे से पहले असामाजिक तत्वों ने फूंके रावण, मेघनाथ व कुंभकर्ण के मुंह
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : 20 से 25 अज्ञात शरारती तत्वों ने दहन की पूर्व संध्या पर रावण-कुंभकरण और मेघनाथ पुतलों को आग लगा दी। अज्ञात लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर आए थे। आग लगाने के बाद आरोपित अपने वाहनों पर फरार हो गए। जब तक लोगों को इसकी सूचना मिली तब तक पुतले के सिर जल चुके थे। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं दूसरी ओर इस्माईलाबाद में प्राचीन शिव मंदिर में दोपहर के समय रामलीला मंच को शरारती तत्वों ने आग लगा दी।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : 20 से 25 अज्ञात शरारती तत्वों ने दहन की पूर्व संध्या पर रावण-कुंभकरण और मेघनाथ पुतलों को आग लगा दी। अज्ञात लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर आए थे। आग लगाने के बाद आरोपित अपने वाहनों पर फरार हो गए। जब तक लोगों को इसकी सूचना मिली तब तक पुतले के सिर जल चुके थे। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं दूसरी ओर इस्माईलाबाद में प्राचीन शिव मंदिर में दोपहर के समय रामलीला मंच को शरारती तत्वों ने आग लगा दी। आग में हजारों का सामान जलकर खाक हो गया। मंचन से जुड़े कलाकारों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।
शिल्पकार सहारनपुर निवासी मेहताब ने बताया कि कुछ लोग हाथों में मिट्टी के तेल की बोतलें लेकर अचानक पंजाबी धर्मशाला में दाखिल हुए और पुतलों पर तेल डालने लगे। उसने उन्हें ऐसा करने से रोका। मगर वे नहीं माने और उन्होंने तेल डालकर पुतलों के ऊपर के हिस्से को आग लगा दी। मेहताब ने बताया कि सब ने मुंह काले कपड़े से लपेटे हुए थे। इसके बाद वे वहां से फरार हो गए। इसकी सूचना उसने तुरंत दशहरा कमेटी को दी। 15 दिन से पांच कलाकार बना रहे थे पुतले
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से आए मेहताब अपने साथियों सहित पिछले 15 दिन से 55 फुट ऊंचे रावण-कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों को बनाने में लगे थे। इन पुतलों को बनाने के बाद अलग-अलग हिस्सों में पंजाबी धर्मशाला में रखा हुआ था। इन पुतलों को शुक्रवार सुबह मेला क्षेत्र थीम पार्क में खड़ा किया जाना था। हर साल हजारों लोग थीम पार्क में रावण दहन का लुत्फ उठाने के लिए आते हैं। मेला होगा आयोजित
कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी के उपप्रधान प्रदीप झांब ने बताया कि यह शरारती लोगों का काम है। पुलिस को शिकायत दी गई है। मौके पर सभी पदाधिकारी पहुंचे हैं। मेला शुक्रवार को आयोजित होगा। पुतले को दुरुस्त करने के लिए शिल्पकारों की टीम काम कर रही है। यहां रामलीला का मंच जलाया
इस्माईलाबाद कस्बे में रामलीला मंचन रात के समय प्राचीन शिव मंदिर में होता है। वीरवार को दोपहर को मंच से धुआं निकलता देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना आयोजकों को दी। तब तक लकड़ी के मेज, कलाकारों के परिधान व शमियाना आदि जलकर राख हो चुके थे। पुनीत धवन ने बताया कि संयोग से काफी सामान समय रहते बचा लिया गया। इसे शरारती तत्वों की करतूत बताया जा रहा है।