अब ऑर्डिनो का जमाना, एक ही सिस्टम से कंट्रोल होंगे तमाम उपकरण
अब ऑर्डिनो जैसे सिस्टम का जमाना आ गया है जिसमें घर के तमाम उपकरणों का कंट्रोल एक ही सिस्टम से है और उस सिस्टम को इंटरनेट के माध्यम से आसानी से उपयोग कर रहे हैं। इसके माध्यम से घर से कोसों दूर बैठकर घर पर न केवल नजर रखी जा सकती है बल्कि दरवाजे खोलने और बंद करने जैसे काम भी आसानी से किए जा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : अब ऑर्डिनो जैसे सिस्टम का जमाना आ गया है, जिसमें घर के तमाम उपकरणों का कंट्रोल एक ही सिस्टम से है और उस सिस्टम को इंटरनेट के माध्यम से आसानी से उपयोग कर रहे हैं। इसके माध्यम से घर से कोसों दूर बैठकर घर पर न केवल नजर रखी जा सकती है बल्कि दरवाजे खोलने और बंद करने जैसे काम भी आसानी से किए जा सकते हैं।
कोरोना के चलते जारी लॉकडाउन में देश भर के विशेषज्ञ ऑनलाइन कार्यशाला से जुड़कर अपने घर बैठे कुछ इन्हीं रहस्यों के बारे सीख और समझ रहे हैं। इसके लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद दिल्ली के सौजन्य से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी की ओर से ऑनलाइन कार्यशाला चलाई जा रही है। इस पांच दिवसीय कार्यशाला में दूसरे दिन मंगलवार को एनटीटीटीआर चंडीगढ़ में एनोवेट स्किल स्टार्टअप के सीईओ डॉ. अजय गोदारा ने कहा कि इंटरनेट ऑफ थिग्स (आइओटी) का दायरा सीमित नहीं है। सबसे पहले हम इसका उपयोग करके घर के तमाम बिजली से संबंधित उपकरणों को दूर बैठकर कहीं से भी कंट्रोल कर सकते हैं। आइओटी के कारण हम घर में सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से हजारों मिल की दूरी से भी पता कर सकते हैं की घर के दरवाजे पर कौन है और इसी के माध्यम से आप अपना दरवाजा बंद या खोल सकते हैं। इसी प्रकार अपने घर में एसी, बल्ब, पंखे व अन्य उपकरण को कहीं से भी कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए ऑर्डिनो बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। आजकल स्मार्ट गाड़ियों में ऑर्डिनो के माध्यम से ही सेंसर का प्रयोग हो रहा है। यूआइईटी में बढ़ाया जाएगा उपयोग
संस्थान के निदेशक प्रो. सीसी त्रिपाठी ने कहा की हम संस्थान में भी ज्यादा से ऑर्डिनो के उपयोग को बढ़ाएंगे, ताकि विद्यार्थियों को इस महामारी से निपटने के लिए सॉफ्टवेयर के माध्यम से अधिक से अधिक प्रयोग करने में मदद मिले। तकनीकी सिस्टम से जुड़ाव होने के कारण हमें इस तकनीक का अधिक से अधिक मात्रा में लाभ उठाना चाहिए। देश से 100 प्रतिभागी हो रहे शामिल
कार्यक्रम के संयोजक और इलेक्ट्रॉनिक ओर कम्युनिकेशन इंजीनियरिग विभाग के अध्यक्ष डॉ. निखिल मारीवाला ने बताया कि इस कार्यशाला में देश के अलग-अलग हिस्सों से लगभग 100 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। प्रतिभागियों को तनाव प्रबंधन के लिए हर दिन एक घंटा संबंधित विशेषज्ञों की ओर से महत्वपूर्ण टिप्स दिए जा रहे हैं।