घर पर ही परखें खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी, अपनाएं ये तरीका
लोगों को यह महसूस तो हो जाता है कि वे जिस खाद्य पदार्थ का सेवन कर रहे हैं उसमें कुछ तो ठीक नहीं है लेकिन गुणवत्ता की परख एेसे करें इसके बारे में लोग जागरूक नहीं हैं।
कुरुक्षेत्र [विनीश गौड़]। मिलावटखोरी की वजह से लोग न केवल ठगे जा रहे हैं, बल्कि इससे उनके स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ हो रहा है। ऐसा नहीं है कि लोगों को इसका आभास नहीं होता। लोगों को यह महसूस तो हो जाता है कि वे जिस खाद्य पदार्थ का सेवन कर रहे हैं उसमें कुछ तो ठीक नहीं है, लेकिन वे किस तरह से उसकी गुणवत्ता परख सकते हैं इसके बारे में ज्यादातर लोग जागरूक नहीं हैं।
एफएसएसएआइ से आई मोबाइल फूड सेफ्टी टेस्टिंग लैब के टेक्निकल अफसर अभिमन्यु टुटेजा ने एक विशेष बातचीत में कुछ ऐसी तकनीक बताई जिससे कोई भी देसी घी, नमक, चाय पत्ती और मिठाइयों पर लगने वाली चांदी की परत को मिनटों में परख सकता है।
आयोडिन से पता चलेगा घी में कहीं मिलावट तो नहीं
एक्सपर्ट अभिमन्यु टुटेजा के मुताबिक देसी घी में मिलावट है या नहीं इसके लिए आपको एक चम्मच देसी घी एक कांच की कटोरी या गिलास में डालना है। इसके बाद आयोडिन की दो या तीन ड्रॉप्स उस घी में डाल दीजिए। ड्रॉप्स डालने के बाद अगर घी का रंग नीला हो जाता है तो इसका मतलब कि उसमें मिलावट है। अगर रंग नहीं बदलता है तो घी बिल्कुल शुद्ध है।
मिठाई पर लगने वाली चांदी की परत की गुणवत्ता ऐसे जाने
मिठाई पर लगने वाली चांदी की परत असली है या नकली इसे जानने के लिए उसे हाथ में लीजिए और मसल दीजिए। अगर चांदी की परत मसलने से गायब हो जाती है तो वह असली है। मसलने के बाद भी अगर वह परत पूरी तरह से मैल्ट नहीं होती तो वह नकली है।
चाय पत्ती पर रंग तो नहीं चढ़ा इसे ऐसे पहचाने
एक सफेद रंग का टीशू पेपर लीजिए। उस पर हल्का सा पानी का स्प्रे कीजिए, जिससे टीशू पेपर सिर्फ नमीयुक्त हो जाए। इसके बाद चाय पत्ती को रब करके 20 से 25 मिनट तक सुखा दीजिए। अगर टीशू पेपर पर चाय पत्ती रंग छोड़ जाती है तो समझ लीजिए की चाय पत्ती में रंग चढ़ाया हुआ है।
नमक में आयोडिन जांचें
नमक में आयोडिन का पता लगाने के लिए एक आलू को काट लीजिए। उस पर नमक लगा दीजिए और नींबू की कुछ बूंदे डाल कर रख दीजिए। अगर रंग नीला हो जाता है तो आयोडिन है। अगर रंग सफेद ही रहता है तो इसका मतलब उसमें आयोडिन नहीं है।