रक्षाबंधन पर लगाई अतिरिक्त बसें, महिलाएं न आने से वर्कशॉप में ही खड़ी रहीं
रक्षाबंधन पर रोडवेज बसें फुल रहने की बजाय अबकी बार वर्कशॉप में खड़ी रहीं। जिसका पहला बड़ा कारण महिलाओं का फ्री सफर न होना और दूसरा कोरोना से बचाव बताया जा रहा है। पिछले साल रक्षाबंधन पर कुरुक्षेत्र डिपो की लगभग सभी 150 बसें सड़कों पर दौड़ी थी। ये सुबह से शाम तक फुल रहीं थी
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र : रक्षाबंधन पर रोडवेज बसें फुल रहने की बजाय अबकी बार वर्कशॉप में खड़ी रहीं। जिसका पहला बड़ा कारण महिलाओं का फ्री सफर न होना और दूसरा कोरोना से बचाव बताया जा रहा है। पिछले साल रक्षाबंधन पर कुरुक्षेत्र डिपो की लगभग सभी 150 बसें सड़कों पर दौड़ी थी। ये सुबह से शाम तक फुल रहीं थी। रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि अबकी बार कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार की ओर से महिलाओं के लिए रोडवेज बसों में फ्री सेवा या अतिरिक्त छूट नहीं दी गई। रोडवेज ने महिलाओं के आने की संभावना से रविवार से अतिरिक्त बसें चलाने का फैसला लिया था। इसके लिए 20 बसें वर्कशॉप में तैयार कर खड़ी की थी। अधिकारियों का तो यहां तक सोचना था कि जरूरत पड़ी तो डिपो की सभी 174 बसें चला दी जाएंगी। पर रविवार को रोजाना चलने वाली 50 बसें भी पूरी नहीं चल पाई। इनमें से भी 40 बसें सड़कों पर दौड़ी। यात्रियों के आने के बाद ही निकाली जा रही बसें
यात्रियों के बस स्टैंड परिसर में आने के बाद ही वर्कशॉप से बसों को बाहर निकाला जा रहा है और रूट पर लगाया जा रहा है। जिसके बाद यात्री टिकट लेकर बस में सवार हो रहे है। रविवार को खास बात देखने को मिली कि रक्षाबंधन पर महिलाएं अपने वाहनों में अपने गंतव्य तक पहुंची। कई बहनों ने तो दोपहिया वाहनों पर ही लंबा सफर तय किया। वर्जन
रक्षाबंधन पर लगाई गई अतिरिक्त बसों में से एक भी बस वर्कशॉप से नहीं निकल पाई। इसका मुख्य कारण इस बार फ्री सेवा का न होना है। अगर फ्री सेवा होती तो कोरोना काल में भी जिले की सभी बसों को चलाना पड़ता।
-अश्वनी कुमार डोगरा, महाप्रबंधक, रोडवेज, कुरुक्षेत्र।