एक्शन मोड में आई सरकार, तीन एनएचएम कर्मियों को किया बर्खास्त
हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मियों के खिलाफ सरकार एक्शन मोड में आ गई है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने एनएचएम कर्मचारी संगठन की राज्य सहसचिव कुल¨वद्र कौर, जिला अध्यक्ष विक्रम संगरोहा और महासचिव राजेश गुर्जर को बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए। स्वास्थ्य सेवाएं अतिरिक्त मुख्य सचिव ने भी प्रदेश भर के सिविल सर्जन की वीडियो कांफ्रेंसिंग में हड़ताल पर बैठे कर्मियों की जगह आउटसोर्सिग पर भर्ती करने के मौखिक आदेश जारी कर दिए।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मियों के खिलाफ सरकार एक्शन मोड में आ गई है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने एनएचएम कर्मचारी संगठन की राज्य सहसचिव कुल¨वद्र कौर, जिला अध्यक्ष विक्रम संगरोहा और महासचिव राजेश गुर्जर को बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए। स्वास्थ्य सेवाएं अतिरिक्त मुख्य सचिव ने भी प्रदेश भर के सिविल सर्जन की वीडियो कांफ्रेंसिंग में हड़ताल पर बैठे कर्मियों की जगह आउटसोर्सिग पर भर्ती करने के मौखिक आदेश जारी कर दिए। इससे कर्मचारी गुस्सा गए और उन्होंने वाट्सएप पर मिले टर्मिनेट लेटर की प्रति जिला सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर फूंक दी। इधर, 300 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था बिगड़ गई है। गर्भवती महिलाओं को एंबुलेंस नहीं मिल रही है।
हड़ताल पर बैठे कर्मियों की जगह आउटसोर्सिग भर्ती करने के दिए आदेश
प्रदेश भर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत कर्मियों के हड़ताल पर जाने पर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा व एनएचएम की निदेशक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा रिपोर्ट तैयार कर रहे थे। इस दौरान हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों की रिपोर्ट लेते ही एसीएस राजीव अरोड़ा ने मौखिक रूप से हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों की जगह आउटसोर्सिग के तहत कर्मियों को भर्ती करने के आदेश दे दिए। हालांकि जिला सिविल सर्जन डॉ. सुखबीर ने बताया कि अभी यह मौखिक आदेश हैं। लिखित आदेश आते ही इसकी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। भूख हड़ताल पर बैठे होशियार की बिगड़ी तबीयत
24 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठे एंबुलेंस चालक होशियार ¨सह की हालत बिगड़ने के बाद उसे एलएनजेपी अस्पताल में दाखिल कराया गया। मंगलवार को एंबुलेंस चालक सुरेश, बल¨वद्र और लिपिक मनोज कुमार को एनएचएम कर्मचारी संगठन की ओर से 24 घंटे की हड़ताल पर बिठाया गया था। मंगलवार रात को बारिश होने के दौरान करीब एक बजे जब वे छप्पर के नीचे बैठने के लिए आए तो अचानक होशियार ¨सह अचेत हो गया, जिसके बाद उसे एलएनजेपी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। कम संख्या बताने पर गुस्साए कर्मी
जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से एसीएस की वीडियो कांफ्रें¨सग में 192 कर्मियों के हड़ताल पर होने की पुष्टि करने पर कर्मचारी भड़क गए। कर्मचारियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने गलत रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के सामने रखी है। हड़ताल पर 320 कर्मचारी हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने 192 ही कर्मचारियों को हड़ताल पर दिखाया है, ताकि उनकी किरकिरी होने से बच जाए। जबकि उपसिविल सर्जन डॉ. एनपी ¨सह का कहना है कि 236 कर्मचारी हड़ताल पर हैं, पहले करीब 44 कर्मचारियों की रिपोर्ट नहीं मिल पाई थी, जिसे बाद में ठीक करा दिया गया।