21 ब्राह्मणों ने किया यज्ञ, अभय ने शंख बजाकर की हरियाणा अधिकार यात्रा शुरू
अभय सिंह चौटाला ने रथ पर चढ़ शंख बजाकर हरियाणा अधिकार यात्रा शुरू कर दी। उन्होंने इसे न्याय युद्ध का नाम दिया है।
कुरुक्षेत्र [पंकज आत्रेय]। इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के परिवार में छिड़ी महाभारत के बीच नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने गीता उपदेश की धरती से नए अभियान की शुरुआत की। यहां स्थित मंदिर में 21 ब्राह्मणों ने यज्ञ किया और अभय सिंह चौटाला ने रथ पर चढ़ शंख बजाकर हरियाणा अधिकार यात्रा शुरू कर दी। उन्होंने इसे न्याय युद्ध का नाम दिया है। यह यात्रा प्रदेश के हर हलके में जाएगी और 17 फरवरी को कुरुक्षेत्र में ही बड़ी रैली के साथ पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला और बसपा सुप्रीमो मायावती की मौजूदगी विजय जश्न मनाया जाएगा।
इस दौरान अभय चौटाला के मन में इनेलो छोड़कर दुष्यंत चौटाला के साथ गए पार्टी के नेताओं को लेकर टीस भी दिखी। उन्होंने कहा, जो गए हैं, वापस लाए जाएंगे। उन्हें वही सम्मान दिया जाएगा, जो पहले दिया जाता रहा है। इस दौरान पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने भी संबोधित किया।
दादा की पीठ में छुर्रा घोंपा
अभय चौटाला ने कहा कि भतीजे दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, दादा जेल में थे और पोते छोड़कर चले गए। ऐसे लोग को पहचानने की जरूरत है। इनको पद की लालसा है। वे कहीं भी मिल जाएं तो उनको पूछना मत। वे भूल गए जननायक ताऊ देवी लाल ने अपना ताज भी वीपी सिंह के सिर रख दिया था। उन्होंने पद के लिए दादा की पीठ में छुर्रा घोंपने का काम किया। अभय ने कहा कि उन्होंने ओमप्रकाश चौटाला को रथ की फोटो दिखाई था। उन्होंने कहकर भेजा है कि इस रथ के पहिये तब तक नहीं रूकने चाहिए जब तक न्याय न मिल जाए।
माजरा बोले-अभय ही श्रीकृष्ण हैं
रथ पर चढ़े पूर्व संसदीय सचिव रामपाल माजरा ने कहा कि अभय चौटाला को कोई दुर्योधन कह रहा है तो कोई जयचंद कह रहा है। यह गीता की धरती है। ऐसे में जहां अपने पराये हो गए हैं, उन्हें कृष्ण की इस धरती से श्रीकृष्ण बनाकर भेज रहे हैं।
अधिकार यात्रा के मुद्दे
- एसवाईएल नहर में पानी लाना
- दादूपुर-नलवी नहर और मेवात कैनाल का निर्माण
- प्रदेश में नौकारियों में हो रहा भेदभाव खत्म करना, इसके लिए इंटरव्यू खत्म करेंगे।
- कर्मचारियों पर बनाए मुकदमे रद कराना, हटाए गए कर्मचारियों को वापस नौकरी दिलाना
- व्यापारियों को न्याय दिलाना
अभय की चुनावी घोषणा
अधिकार रथयात्रा शुरू करने हुए अभय चौटाला ने इनेलो-बसपा गठबंधन के लिए चुनावी घोषणा भी की। बोले, गठबंधन की सरकार बनते ही पहली कलम से किसानों के सभी कर्जे माफ किए जाएंगे। चाहे वह 10 हजार का हो या 10 लाख रुपये का। गरीब कन्याओं के पालन-पोषण और पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्च सरकार उठाएगी। कन्यादान में पांच लाख रुपये देंगे। बिजली के रेट आधे कर दिए जाएंगे और घरों के बाहर लगे मीटर उखाड़ कर जोहड़ में फेंक देंगे। हर परिवार को नौकरी देंगे। चाहे वह किसी किसी भी जाति या पार्टी का हो। पेंशन 3000 रुपये करेंगे और बेरोजगारी भत्ता 15 हजार।