बजट की कमी में जिले के 1500 प्राथमिक शिक्षकों का वेतन अटका
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राजकीय प्राथमिक स्कूल शिक्षकों के लिए नववर्ष खुशियों के साथ आर्थिक तंगी लेकर आया है। 2019 के पहले माह में ही शिक्षकों को वेतन नहीं मिल पाया है। जिसके कारण जिले भर के 1500 प्राथमिक शिक्षक बिना वेतन के ही गुजारा कर रहे हैं। विभाग के अधिकारी इसका कारण बजट का न होना बता रहे हैं। इसके कारण शिक्षकों में रोष है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राजकीय प्राथमिक स्कूल शिक्षकों के लिए नववर्ष खुशियों के साथ आर्थिक तंगी लेकर आया है। 2019 के पहले माह में ही शिक्षकों को वेतन नहीं मिल पाया है। जिसके कारण जिले भर के 1500 प्राथमिक शिक्षक बिना वेतन के ही गुजारा कर रहे हैं। विभाग के अधिकारी इसका कारण बजट का न होना बता रहे हैं। इसके कारण शिक्षकों में रोष है।
शिक्षकों ने कहा कि नए साल की शुरुआत में खुशियां मनाने के लिए वेतन जल्दी आने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन साल का पहला सप्ताह भी पूरा निकलने के बावजूद वेतन नहीं आ पाया है। शिक्षकों ने कहा कि हर बार तीन माह बाद वेतन देरी से जारी हो पाता है। इसके लिए मौलिक शिक्षा विभाग के अधिकारी जिम्मेदार हैं। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला संरक्षक विनोद चौहान, जिलाध्यक्ष राजेंद्र टंडन और प्रवक्ता सूबे ¨सह सुजान ने कहा कि जिला शिक्षा विभाग को हर तीन महीने में वेतन के लिए बजट मिलता है, लेकिन इस बजट को समय रहते मांगने की बजाय देरी से अधिकारी मांगते हैं। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतनाम भट्टी ने कहा कि वित्त विभाग से शिक्षकों को वेतन देने के लिए बजट मांगा गया है। बजट आते ही तुरंत शिक्षकों को वेतन जारी किया जाएगा।