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ऐसे बचाया जा रहा है एक परमिट पर दो ट्रक शराब निकालने के आरोपित इंस्पेक्टर को

क्रॉसर इंद्री थाने से जांच इकोनॉमिक सेल में, यहां अभी शुरू भी नहीं हुई फैक्टरी संचालक

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 09:52 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 09:52 PM (IST)
ऐसे बचाया जा रहा है एक परमिट पर दो ट्रक शराब निकालने के आरोपित इंस्पेक्टर को
ऐसे बचाया जा रहा है एक परमिट पर दो ट्रक शराब निकालने के आरोपित इंस्पेक्टर को

क्रॉसर

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इंद्री थाने से जांच इकोनॉमिक सेल में, यहां अभी शुरू भी नहीं हुई

फैक्टरी संचालक और इंस्पेक्टर पर गड़बड़ी का आरोप है जागरण संवाददाता करनाल

जांच की आड़ में कैसे संगीन मामले दबाए जाते हैं। इसका बड़ा उदाहरण इंद्री के चंद्राव गांव के पास स्थित शराब फैक्टरी से एक परमिट पर दो ट्रक निकालने का मामला है। मामले की जांच इंद्री पुलिस स्टेशन से लेकर इकोनॉमिक सेल को दी गई, लेकिन 22 दिन बीतने के बाद भी जांच शुरू नहीं की है। साफ है इसमें देरी कर आरोपितों को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है। पुलिस हो या फिर आबकारी विभाग आरोपित इंस्पेक्टर रामफल जागलान को बचाने में जुटा है। अभी तक उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। भ्रष्टाचार मिटाओ मंच के उपप्रधान संदीप कुमार ने बताया कि फैक्ट्री संचालक जिसे सीएम फ्लाइंग टीम ने आरोपित बनाया था, उस पर भी महकमा खासा मेहरबान है। संदीप ने बताया कि यह मामला सिर्फ टैक्स चोरी का नहीं, बल्कि शराब की तस्करी का है। एक परिमट पर कई ट्रक शराब निकाल कर दूसरे राज्यों में शराब बेची जा रही है। इसमें अंतरराज्यीय गिरोह काम कर रहा है। इसलिए आरोपितों को बचा रहे अधिकारी

चूंकि यदि आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होती है तो विभाग के कई भ्रष्ट अधिकारियों के नाम सामने आएंगे। जिस स्तर पर शराब फैक्ट्री से ट्रक निकले हैं, इससे यही साबत हो रहा है कि विभाग के किसी सीनियर अधिकारी की जानकारी के बिना यह खेल संभव ही नहीं है। संदीप कुमार ने बताया कि ऐसा कैसे हो सकता है कि इंस्पेक्टर स्तर का एक कर्मी इतना बड़ा टैक्स घोटाला अवैध शराब की तस्करी कर ले। एक नहीं दो बार पकड़ी गई चोरी

इससे पहले कैथल में भी करनाल से सप्लाई की जा रही शराब का ट्रक पकड़ा था। इसमे भी आबकारी विभाग के करनाल के इंस्पेक्टर को आरोपित बनाया गया था। जिसे सस्पेंड भी किया गया था। शराब से जुड़े कारोबारियों ने बताया कि इससे भी यहीं साबित हो रहा है कि इस गड़बड़ी के तार विभाग में उपर तक जुड़े हुए हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो फिर वजह क्या है कि आरोपित को बचाया जाए। करोड़ों का टैक्स चोरी, ऊपर तक पहुंच रहा हिस्सा : जयहिंद

आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जय¨हद ने कहा कि एक ट्रक से लगभग पौने दो लाख रुपये की टैक्स चोरी होती है। यह शराब दूसरे राज्यों में तस्करी होती है। कैथल में जो मामला पकड़ा था, इसमें भी एक परमिट पर तीन से चार ट्रक शराब निकाली जाने की बात सामने आई थी। आरोपितों को जिस तरह से बचाने में पूरा सिस्टम लगा हुआ है, इससे साफ हो रहा है कि इस पैसा उपर तक पहुंच रहा है। यहीं वजह है कि न तो फैक्टरी संचालक के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, न आरोपित इंस्पेक्टर के खिलाफ। उन्होंने कहा कि यह गड़बड़ी सीएम के विधानसभा क्षेत्र में हैं, राज्य की दूसरी शराब फैक्ट्रियों में तो इससे भी बड़ा खेल हो रहा है। उन्होंने मांग की कि इस मामले की जांच विजिलेंस से होनी चाहिए।


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