युवा कांग्रेस ने निकाली जन आक्रोश यात्रा
संवाद सहयोगी, घरौंडा : बिजली निगम की जगमग योजना के खिलाफ युवा कांग्रेस की सीएम सिटी को जान
संवाद सहयोगी, घरौंडा :
बिजली निगम की जगमग योजना के खिलाफ युवा कांग्रेस की सीएम सिटी को जाने वाली जन आक्रोश पद यात्रा बीच रास्ते में ही ठंडी पड़ गई। पुलिस के कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को एक कदम भी नेशनल हाइवे पर नहीं रखने दिया। प्रशासन के कड़े तेवरों को देखते हुए प्रदर्शनकारियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के गेट के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने बिजली निगम व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे यूथ कांग्रेस के नेता करीब आधे घंटे तक भाषणबाजी करते रहे और उसके बाद डीएसपी राजकुमार वालिया को उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपकर वापस लौट गए।
सोमवार को हमारा गांव-जगमग गांव योजना के विरोध में गांव पुंडरी से करनाल के लिए रवाना हुई युवा कांग्रेस व ग्रामीणों की जन आक्रोश पद यात्रा सीएम सिटी नहीं पहुंच सकी। मुस्तैद पुलिस प्रशासन ने बरसत रोड पर हाईवे से 10 मीटर दूर ही आक्रोश यात्रा को घेरे में ले लिया। पुलिस द्वारा रोके जाने पर ग्रामीण युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन कुंडू की अगुवाई में सड़क पर ही बैठ गए व सरकार और बिजली निगम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ग्रामीण वेदों देवी, सोनिया, परमेश्वरी, कमला देवी, परों देवी, खजानी, रोशनी, निर्मला आदि का आरोप है कि बिजली निगम के कर्मचारी बिजली चोरी पकड़ने के लिए गांव में रात के समय छापेमारी करते है। बिजलीकर्मियों के रात के समय घर में घुसने से लोगों में दहशत का माहौल है, जबकि गांव को कोई भी मौजिज व्यक्ति छापेमारी टीम के साथ नहीं होता है। प्रदर्शनकारियों द्वारा जाम के कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। करीब एक घंटे तक लगे इस जाम में भारी वाहनों सहित सवारियों से भरे ऑटो व फोर व्हीलर सड़क पर ही जाम खुलने का इंतजार करते रहे।
नाम पद यात्रा, सवार गाड़ियों में
युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने यात्रा का नाम जन आक्रोश पद-यात्रा दिया हुआ था। लेकिन प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर-ट्रालियों, कारों व बाइकों के माध्यम से यात्रा में पहुंचे। जगमग योजना के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन को यूथ कांग्रेस द्वारा राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया गया। इस दौरान हुई भाषणबाजी में इस मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की गई।
मरीज होते रहे परेशान
सड़क जाम होने से वाहन चालकों को तो परेशानी हुई। लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना सीएचसी में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को करना पड़ा। सीएचसी के आगे प्रदर्शनकारियों के बैठने से अस्पताल में जाने का रास्ता बिल्कुल बंद हो गया। जिससे न तो कोई मरीज आसानी से अस्पताल में जा पा रहा था और न ही अंदर से बाहर निकल पा रहा था। गनीमत रही कि करीब घंटे भर तक चले इस प्रदर्शन के दौरान अस्पताल में कोई गंभीर हालत में मरीज नहीं पहुंचा।