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पहाड़ी इलाकों में बारिश से उफान पर यमुना नहर, खतरे के निशान पर पहुंची

पहाड़ी इलाकों में बारिश के कारण पश्चिमी यमुना नहर खतरे के निशान पर बह रही है। इसमें पीछे से 11 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Wed, 19 Jul 2017 12:12 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jul 2017 12:12 PM (IST)
पहाड़ी इलाकों में बारिश से उफान पर यमुना नहर, खतरे के निशान पर पहुंची
पहाड़ी इलाकों में बारिश से उफान पर यमुना नहर, खतरे के निशान पर पहुंची

जेएनएन, इंद्री (करनाल)। पहाड़ी इलाकों में बरसात के चलते इंद्री क्षेत्र से गुजरने वाली पश्चिमी यमुना नहर उफान पर है। इस समय पश्चिमी यमुना नहर खतरे के निशान पर बह रही है। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल खतरे वाली कोई बात नहीं है। इसी नहर से दो हजार क्यूसेक पानी सिरसा ब्रांच व लगभग साढे तीन सौ क्यूसेक पानी चौतंग रजबाहे में छोड़ा जा रहा है।

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पश्चिमी यमुना नहर में पीछे से 11 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है। जबकि इसकी क्षमता 11 से 11 हजार 500 क्यूसेक बताई जा रही है। इसमें से ढाई हजार क्यूसिक पानी को दूसरी नहरों व रजबाहों में छोड़ा जा रहा है। विभाग द्वारा नहर के किनारों पर मिट्टी के भरे कट्टे लगाए गए हैं, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण यह कट्टे ज्यादा दिन नहीं टिक पाएंगे। पश्चिमी यमुना नहर में तीन दिन से पानी किनारों को छू रहा है।

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विभाग के एक्सईएन संजीव ने कहा कि पश्चिमी यमुना नहर में इंद्री से आगे 8500 क्यूसेक पानी बह रहा है, जबकि पीछे दो हजार क्यूसेक सिरसा ब्रांच व 330 क्यूसेक पानी चौतंग रजबाहे में बह रहा है। खतरे वाली कोई बात नहीं है, क्योंकि नहरों में पानी कम ज्यादा होता रहता है।

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