कुनाल ने बढ़ाया मान, कुश्ती में राष्ट्रीय स्तर पर जीता गोल्ड
फोटो----21 नंबर है। नेशनल फेडरेशन कप 2018 के 74 किलो भार वर्ग में बढ़ाया प्रदेश का ग
फोटो----21 नंबर है। नेशनल फेडरेशन कप 2018 के 74 किलो भार वर्ग में बढ़ाया प्रदेश का गौरव जागरण संवाददाता, करनाल
उम्र महज 17 साल। शरीर और हौसला दोनों फौलादी। खेल के साथ ही पढ़ाई में भी अव्वल। ढाई साल का कुश्ती करियर। राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार में ही गोल्ड मेडल। यह सेक्टर-4 निवासी कुश्ती खिलाड़ी कुनाल के सफर की स्वर्णिम शुरुआत है। करनाल स्थित पंखा दंगल के इस पहलवान ने 74 किलोग्राम भार वर्ग में हरियाणा की झोली में गोल्ड डाला। हर मैच शान से जीता। फाइनल में प्रतिद्वंद्वी को 10-8 के अंतर से हराकर खुद को साबित किया। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में 13 जुलाई को नेशनल फेडरेशन कप 2018 हुआ। एएसआइ पिता आजाद और मां सुशील को जब बेटे की उपलब्धि का पता चला तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पहली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में साथी ने मेडल जीता तो पंखा दंगल के पहलवानों में भी जोश भर गया। दंगल के संचालक पाला राम व कोच राजेश मलिक ने कुनाल के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कुनाल रविवार को पिता आजाद के साथ सिटी थाने में पहुंचे। एसएचओ मोहनलाल ने विजेता खिलाड़ी को सम्मानित किया। मोहन लाल ने कहा कि कुनाल ने करनाल के साथ ही हरियाणा का नाम भी रोशन किया है। शुरुआत में मौसम खत्री से सीखे गुर
कुनाल ने ढाई साल पहले ही कुश्ती की तरफ अपने कदम बढ़ाए। शुरुआत में मधुबन में मौसम खत्री से दांव पेंच सीखे। पिता आजाद ने बताया कि मौसम खत्री और उनका गांव एक ही है। वह करीब 20 साल पहले सोनीपत के पाणसी गांव से करनाल आकर बस गए थे। इसके बाद रामलीला मैदान के पास स्थित पंखा दंगल में प्रेक्टिस शुरू की। अब कुनाल रोजाना सुबह-शाम यहां अभ्यास करता है। संचालक पाला राम और कोच राजेश मलिक का यह शिष्य जिला और राज्य स्तर पर कई बार अपनी प्रतिभा दिखा चुका है। खेल के साथ ही पढ़ाई में भी आगे
कुनाल दंगल में प्रतिद्वंद्वी पहलवानों को धूल चटा देता है। पढ़ाई में भी वह टॉप के स्टूडेंट्स में रहता है। कुनाल करनाल के आरएस पब्लिक स्कूल में 12वीं कक्षा का छात्र है। पिता आजाद ने बताया कि 10वीं में कुनाल ने 9 सीजीपीए ग्रेड हासिल किया था। खेल के साथ पढ़ाई को भी वह पूरा समय देता है।