एक तो नौतपा चल रहा, उपर से पीने का पानी भी नहीं मिल रहा
शिमला बस्ती की रहने वाली महिलाओं ने पीने का पानी घरों तक न पहुंचने को लेकर सरकार के खिलाफ रोष जताया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि पिछले दो साल से काई भी अधिकारी या कर्मचारी उनकी इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जिस कारण वह हर रोज पैसे का पानी लेकर गुजारा करते हैं। महिलाओं ने कहा कि लॉकडाउन में एक तो सभी काम बंद है।
संवाद सहयोगी, असंध : शिमला बस्ती की महिलाओं ने पीने का पानी घरों तक न पहुंचने को लेकर सरकार के खिलाफ रोष जताया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि गत दो वर्ष से कोई भी अधिकारी या कर्मचारी उनकी इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इस कारण वे हर रोज पीने का पानी खरीदकर गुजारा करती हैं। महिलाओं ने कहा कि लॉकडाउन में एक तो सभी काम बंद है। ऊपर से पीने का पानी भी खरीद कर पीना पड़ता है, जिस कारण उनकी समस्या ज्यादा बढ़ जाती है। दोपहर को महिलाओं ने गली में इकट्ठी होकर प्रशासन और विभाग के खिलाफ रोष जताया। इसके बाद महिलाएं जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में शिकायत देने पहुंचीं। वहां न तो कोई अधिकारी मिला और न ही कर्मचारी।
सरिता, प्रेम मसीह, निर्मला, सुनीता ऊषा ने बताया कि उनके यहां दो वर्षों से टोंटी के माध्यम से थोड़ा बहुत पानी आता है, वह भी गंदा है। पेयजल और कपड़े धोने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। उनकी गली में काफी पानी के अवैध कनेक्शन है, जिस कारण घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता। वहीं, जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ राकेश कुमार ने फोन पर संपर्क करने पर बताया कि वह किसी काम से चंडीगढ़ हैं। असंध लौटने के बाद मौके पर जाकर देखा जाएगा। पानी संबधी जो भी समस्या कालोनी के लोगों की होगी, उसका तुरंत समाधान करवाया जाएगा।