मंजिल पर नजर हो तो ऊंची उड़ान जरूर भरते हैं परिदे : गोस्वामी
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर धूम मचा रहे हैं जाने-माने हरियाणवी गायक सुमित गोस्वामी।
पवन शर्मा, करनाल: साठ मिलियन से ज्यादा बार देखे गए सुपरहिट गीत परिदे' को अपने सुरों में ढालने वाले जाने-माने हरियाणवी गायक सुमित गोस्वामी को पूरा भरोसा है कि आने वाले दौर में हरियाणवी संगीत का जादू पूरी दुनिया पर चलेगा। इस दिशा में वह खुद तो सक्रिय हैं ही वहीं, नवोदित प्रतिभाओं को भी यह सलाह देना नहीं भूलते कि हालात कैसे भी हों, नजर हमेशा अपने लक्ष्य पर रखें। गोस्वामी ने बताया कि वह जल्द ही फिल्म जगत में भी एंट्री करने जा रहे हैं। मंगलवार को करनाल 222स्थित रेडियो सिटी कार्यालय में आए सुमित दैनिक जागरण से भी रू-बरू हुए। इस दौरान उनसे हुई वार्ता के प्रमुख अंश।
प्रश्न- आपके सफर की शुरुआत कब और कैसे हुई ?
उत्तर- देखिए, संगीत तो मेरी रगों में बसा है। मूलत: मैं सोनीपत के गन्नौर क्षेत्र के गांव दतौली का रहने वाला हूं। छोटा था तो पढ़ने-लिखने से भी ज्यादा अच्छा गीत-संगीत लगता था। मन करता था, सब कुछ छोड़कर बस संगीत को ही पूरा समय दे दूं। यही सिलसिला धीरे-धीरे मुझमें छिपे कलाकार को बाहर ले आया।
प्रश्न- अब तक आपका सफर और उपलब्धि कैसी रही है?
उत्तर- यारी, यार पुराने, यार की शादी, आर्मी-गैंगवार टू, भोलेनाथ, शिकारी, प्राइवेट जेट से लेकर मेरे अब तक के सबसे लोकप्रिय अलबम परिदे को न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश में अपार सराहना मिली। परिदे को 60 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं। यही मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
प्रश्न- हरियाणवी संगीत को किस तरह देखते हैं ? भविष्य में क्या नजर आता है?
उत्तर- यह सच है कि पहले तो मुझे ही हरियाणवी संगीत अच्छा नहीं लगता था क्योंकि कहीं न कहीं ज्यादातर गीतों में फूहड़ता का समावेश रहता था। इनके बोल भी द्विअर्थी होते थे। यह देख मैंने खुद ही साफ-सुथरे गीत लिखने शुरू किए। पंजाबी संगीत में भी हाथ आजमाए। मुझे खुशी है कि आज तस्वीर में खुशनुमा बदलाव झलक रहा है।
प्रश्न- आगे की क्या तैयारियां हैं
उत्तर- मैं कुछ फिल्मों के प्रस्ताव पर विचार कर रहा हूं। जल्द इनमें मेरे गीत सुनाई देंगे। नवोदित प्रतिभाओं को अपने लक्ष्य से कभी नहीं भटकना चाहिए, हालात कैसे भी क्यों न हों।