स्मार्ट सिटी के प्रपोजल में क्या, पार्षदों को ही नहीं पता
जागरण संवाददाता, करनाल : सालों से अलापे जा रहे सीएम सिटी को स्मार्ट बनाने के राग के सुर
जागरण संवाददाता, करनाल : सालों से अलापे जा रहे सीएम सिटी को स्मार्ट बनाने के राग के सुर फिर तेज हैं। करीब ढ़ाई महीने से नगर निगम व सलाहाकार एजेंसी तीसरे प्रपोजल को गढ़ने में मशगूल हैं। व्यस्तता इतनी की सांस लेने तक की फुर्सत नहीं। विकास सदन में किराये पर ली गई पहली मंजिल में ताबड़तोड़ बैठकें हो रही हैं।
कभी टास्क फोर्स तो कभी सामान्य बैठक में अधिकारियों का विचार-विमर्श। लेकिन चंद अधिकारियों को छोड़कर पूरे शहर यहां तक कि जनता के नुमाइंदों को ही नहीं पता कि प्रपोजल में है क्या। हां, एक दो बार पार्षदों की सलाह नगर निगम ने जरूर ली, लेकिन इसे शामिल किया या नहीं इसे बताना तक जरूरी नहीं समझा। 31 मार्च को दिल्ली में प्रपोजल जमा कराना है। महज 11 दिन बचे हैं। अभी तक न बैठक की तारीख तय हुई और न ही एजेंडा पार्षदों को मिला। इस लिहाज से अंतिम दिनों में हाउस की बैठक कर खानापूर्ति की जाएगी।
सवाल शहर के भविष्य का है और शहर की सरकार को ही अनदेखा किया जा रहा है। सभी के जहन में सवाल कौंध रहा है कि आखिर तीसरी परीक्षा पास करने के कौन सा ब्रह्मास्त्र छोड़ा जाएगा या फिर पुराने ढर्रे पर चलकर एक बार फिर हार ही हिस्से में आएगी। दैनिक जागरण ने इस बारे में पार्षदों की राय जानी।
आरक्षण आंदोलन बना अड़ंगा
दिल्ली में तीसरी परीक्षा का प्रपोजल जमा कराने से पहले इसे चंडीगढ़ में चीफ सेक्रेटरी के सामने पेश करना है। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद आगामी कार्रवाई शुरू की जानी है। यदि सुझाव मिलेगा तो उसे शामिल कर परीक्षा में उतरना होगा। लेकिन जाट आरक्षण के कारण सरकार की पूरी टीम का ध्यान उस पर है। इसलिए फिलहाल चंडीगढ़ से समय ही नहीं मिल सका। नगर निगम के अधिकारी काफी दिनों से इसके लिए प्रयासरत हैं। उन्हें उम्मीद है कि एक या दो दिन में इसमें कामयाबी मिल जाएगी।
हाउस की बैठक तो बुलाएं
डिप्टी मेयर मनोज वधवा ने कहा कि प्रपोजल पर सहमति के लिए हाउस की मी¨टग बुलानी चाहिए थी, ताकि इसे देखकर पार्षद अपने सुझाव देते। लेकिन अभी तक तो कोई एजेंडा ही नहीं मिला। तीसरे प्रपोजल में क्या है फिलहाल तो हमें पता नहीं है।
हमारे पास कोई सूचना नहीं
वार्ड-15 के पार्षद सतीश कुमार ने कहा कि अधिकारियों ने ही प्रपोजल बनवाया इसमें क्या शामिल किया है केवल उन्हें ही पता है। पार्षदों को तो अभी इस बारे में कुछ नहीं बताया गया है। बैठक कब होगी इस बारे में फिलहाल कोई सूचना नहीं मिली है।
प्रपोजल में क्या, नहीं बताया
वार्ड-15 के पार्षद विनोद तितोरिया ने कहा कि अभी तक तो उन्हें नहीं बताया गया कि प्रपोजल में क्या शामिल किया गया है। हालात को देखकर तो नहीं लगता कि करनाल स्मार्ट सिटी की तीसरी परीक्षा पास कर पाएगा।