बदला मौसम, अक्टूबर में बरसात ने तोड़ा 10 साल का रिकार्ड
अक्टूबर माह में होने वाली बरसात ने 10 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। क्षेत्र में रविवार को 26.6 एमएम बरसात दर्ज की गई है। इसे मिलाकर अक्टूबर माह में अब तक करीब 78.0 एमएम बरसात दर्ज की जा चुकी है। यह अपने आप में एक रिकार्ड है। करवा चौथ के त्योहार पर हुई झमाझम बरसात से रौनक पर तो असर पड़ा ही वहीं कई जगह जल जमाव और अन्य समस्याओं से जनजीवन भी प्रभावित हुआ।
जागरण संवाददाता, करनाल: अक्टूबर माह में होने वाली बरसात ने 10 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। क्षेत्र में रविवार को 26.6 एमएम बरसात दर्ज की गई है। इसे मिलाकर अक्टूबर माह में अब तक करीब 78.0 एमएम बरसात दर्ज की जा चुकी है। यह अपने आप में एक रिकार्ड है। करवा चौथ के त्योहार पर हुई झमाझम बरसात से रौनक पर तो असर पड़ा ही वहीं कई जगह जल जमाव और अन्य समस्याओं से जनजीवन भी प्रभावित हुआ।
बता दें कि वर्ष 2010 के बाद अक्टूबर माह में यह सबसे अधिक बरसात है। दोपहर बाद हुई बरसात व हल्की ओलावृष्टि के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान गिरावट के साथ 29.2 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस बरसात के बाद अब दिन ओर रात के दोनों ही तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। क्षेत्र में हल्की ओलावृष्टि भी हुई है। इससे एकाएक ठंडक बढ़ गई है। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अब अधिकतम तापमान 30.0 डिग्री से नीचे रहेगा। वहीं न्यूतनम तापमान इस माह 12.0 से 13.0 डिग्री तक जा सकता है।
इस बरसात से क्या नुकसान ?
धान का सीजन चल रहा है। जिले की मंडियों में हालांकि रविवार को आवक नहीं हुई है, लेकिन पहले से पड़ी धान भीग गई है। मार्केट कमेटी के पास इतनी व्यवस्था नहीं है कि वह भीगती धान को बचा सके। किसानों ने आढ़तियों से तिरपाल लेकर अपनी धान को कवर किया। इस समय खेतों में बासमती धान ज्यादा मात्रा में खड़ी हुई है। बरसात से उसकी क्वालिटी पर भी असर पड़ेगा और उत्पादन पर भी असर देखने को मिलेगा। बरसात से प्रदूषण में कमी
इस बरसात का का सबसे अधिक फायदा यह हुआ है कि आबोहवा इतनी खराब हो गई थी कि धुएं के गुबार में सांस लेना भी दूभर हो गया था। एयर क्वालिटी इंडेक्स करीब 150 तक पहुंच गया था। लेकिन बरसात के बाद इसमें गिरावट आई है। इससे धुएं से लिप्त प्रदूषण की परत छंट गई है। तापमान गिरने से गेहूं बुआई कर सकेंगे किसान
गेहूं की अगेती किस्म की बुआई 25 अक्टूबर के बाद शुरू हो जाती है। लेकिन अब तक अधिकतम तापमान 30.0 डिग्री के पार ही चल रहा था। रात के तापमान में भी गर्माहट थी। रविवार को हुई बरसात व हल्की ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट आएगी। किसान अब गेहूं की बुआई आसानी से कर पाएंगे। आगे यह रहेगा मौसम का हाल
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले एक सप्ताह में बरसात की संभावना ना के बराबर है। तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। ठंड बढ़नी शुरू हो जाएगी। न्यूनतम तापमान में 6.0 से 7.0 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिल सकती है।