एक शव के दो दावेदार, एक असम का मुस्लिम दूसरा अयोध्या का हिंदू परिवार, उलझन में पुलिस
पुलिस के सामने अजीब सी स्थिति हो गई। पुलिस ने एक डेड बॉडी मुस्लिम परिवार को सौंप दी लेकिन तभी एक हिंदू परिवार आ गया और कहा कि यह शव तो उनके रिश्तेदार का है।
करनाल [सेवा सिंह]। एक शव, वह भी लावारिस। पुलिस परेशान। पहचान कैसे हो? जब पहचान हुई तो जांच टीम की परेशानी और बढ़ गई। क्योंकि एक नहीं दो दावेदार सामने आ गए। अब शव इंतजार कर रहा है अपनी सही पहचान का। 15 अगस्त को मिले इस शव की पहचान को लेकर अभी भी विवाद है। दोनों दावेदारों के अलग- अलग तर्क। दावेदारों में एक असम के बाराकोटा का मुस्लिम परिवार तो दूसरा उत्तर प्रदेश के अयोध्या का हिंदूू परिवार।
कैसे हुआ यह कनफ्यूजन ?
रविवार को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम करा शव असम के परिवार को सौंप दिया गया। परिवार दफनाने के लिए शव लेकर चला गया। अभी दिल्ली पहुंचे भी नहीं थे कि तभी करनाल में पुलिस के पास एक और परिवार पहुंच गया। उसने दावा किया कि यह शव तो उनके रिश्तेदार का है, वह उनके पास रह रहा था। यह सुन पुलिस सकते में आई। तुरंत असम जा रहे राजीव हुसैन को फोन कर वापस आने के लिए कहा।
संशय दूर नहीं हुआ
शव वापस लाया गया। जब दूसरे दावेदारों को सौंपने की प्रक्रिया चल रही थी तभी असम के बाराकोटा से पुलिस का फोन आया। पुलिस ने बताया कि यह शव गागलमारी क्षेत्र का है। यह राजीव हुसैन और आत्मो रमन का चचेरा भाई था। ये दोनों ज्योति क्षेत्र के हैं। मृतक की मां आ ही रही है, जो शव की शिनाख्त करेगी। शव की शिनाख्त कराकर ही वास्तविक परिवार को सौंपा जाए। इस पर करनाल पुलिस ने प्रक्रिया पर रोक लगा दी। वहीं, मुस्लिम परिवार ने बताया कि यह शव अनवर अलि का है, जबकि हिंदू परिवार के शामलाल ने बताया कि यह उसके रिश्तेदार रामप्रकाश का शव है।
सेेक्टर 12 में लावारिस हालत में मिला था शव
15 अगस्त व रक्षाबंधन के दिन पुलिस के पास सेक्टर 12 में शव पड़ा होने की सूचना पहुंची। पुलिस ने शव को पहचान के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज मोर्चरी में रखवा दिया था। इसकी सूचना सभी थानों में दी गई तो वीटी भी करवा दी गई थी। अभी पुलिस शव की शिनाख्त के प्रयास कर रही थी कि अचानक दो दावेदार सामने आ गए। युवक की मौत कैसे हुई, अभी यह भी स्पष्ट नहीं है। बताया जा रहा है कि शव पर कोई चोट आदि के निशान नहीं मिले हैं।
अब दोनों पक्षों को किया जाएगा आमने-सामने : ईलम
जांच अधिकारी एएसआइ ईलम सिंह का कहना है कि मंगलवार को दोनों पक्षों को शव के पास आमने-सामने कर पहचान कराई जाएगी। दोनों पक्ष सहमत नहीं हुए तो उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार अगली कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल शव मोर्चरी में रखा गया है।
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