डीएवी महिला महाविद्यालय में कविताओं से दी शहीदों को श्रद्धांजलि
डीएवी महिला महाविद्यालय में जलियांवाला बाग कांड के शताब्दी वर्ष पर विस्तृत व्याख्यान का आयोजन किया गया। आरंभ वीरों और शहीदों को उनकी शहादत पर श्रद्धांजलि व ज्योति के सम्मुख उनका नमन एवं मौन रखकर याद किया गया।
जागरण संवाददाता, करनाल : डीएवी महिला महाविद्यालय में जलियांवाला बाग कांड के शताब्दी वर्ष पर विस्तृत व्याख्यान का आयोजन किया गया। आरंभ वीरों और शहीदों को उनकी शहादत पर श्रद्धांजलि व ज्योति के सम्मुख उनका नमन एवं मौन रखकर याद किया गया। कविताओं के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। कुवि इतिहास विभाग के सेवानिवृत प्रोफेसर डा. केएल टुटेजा मुख्यवक्ता रहे। प्राध्यापिका रेणु मेहता ने मुख्यवक्ता का स्वागत किया।
डा. केएल टुटेजा ने जलियांवाला बाग कांड को भारत के इतिहास व स्वाधीनता की लड़ाई में गति प्रदान करने वाले प्रभावों को बताया। जलियांवाला बाग हत्याकांड 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर में हुआ था। वर्ष 2019 में इस घटना के 100 वर्ष पूरे होने पर शताब्दी वर्ष मनाकर श्रद्धांजलि दी गई। महाविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा 'कोलाज बनाओ', एवं 'पोस्टर बनाओ' प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर ज्योति (बीए द्वितीय वर्ष), द्वितीय स्थान पर अपूर्वा (बीए प्रथम वर्ष) तथा तृतीय स्थान पर रिचा (बीए प्रथम वर्ष) ने प्राप्त किया। कोलाज प्रतियोगिता में छात्रा सहल ने प्रथम, बीए द्वितीय वर्ष की मनीशा साक्षी ने संयुक्त रूप से द्वितीय तथा बीए द्वितीय वर्ष की ही हरमनदीप, मानसी कंवलदीप ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। छात्राओं ने कविता और गीतों के माध्यम से भी देशभक्तों और शहीदों को याद किया। इतिहास विभाग की अध्यक्षा ज्योति खंडूजा ने मुख्यातिथि का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर भूगोल विभागाध्यक्षा संतोष बिसला, इतिहास विभाग से डा. रेणु बालियान, राजनीतिक विज्ञान विभाग से अनुराधा नागिया, अंजु नरवाल मौजूद रहीं।