टोल टैक्स और डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में ट्रांसपोर्ट यूनियन का चक्का जाम 20 जुलाई को
टोल टैक्स ओर डीजल की बढ़ते दामों को लेकर ट्रांसपोर्टर परेशान हैं। उनका कहना है कि बढ़ते खर्चो की वजह से काम करना मुश्किल हो गया है। रही सही कसर अधिकारी पूरी कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल : टोल टैक्स ओर डीजल की बढ़ते दामों को लेकर ट्रांसपोर्टर परेशान हैं। उनका कहना है कि बढ़ते खर्चो की वजह से काम करना मुश्किल हो गया है। रही सही कसर अधिकारी पूरी कर रहे हैं। अब तो ऐसा लगने लगा है कि वे ट्रक चला कर कोई बड़ा अपराध कर रहे हैं।
ट्रासंपोर्ट यूनियन के प्रधान नरेंद्र ¨सह ने बताया कि सड़क पर ट्रक उतरते ही उनसे वसूली शुरू हो जाती है। काम करना इतना मुश्किल हो गया है कि सोचना पड़ता है कि ट्रक चलाएं या बंद कर दें। डीजल के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। रही सही कसर टोल टैक्स पूरी कर रहे हैं।
ट्रक संचालक राजकुमार ने बताया कि कभी ओवरलोड तो कभी कागजों के नाम पर सरकारी अधिकारी उन्हें परेशान करने में लगे रहते हैं। हर जगह उनसे वसूली हो रही है। यदि इसका विरोध करते हैं तो उनकी सुनवाई नहीं होती। ऐसे में अब उनके सामने हड़ताल पर जाने के सिवाय कोई चारा नहीं रह गया है। उन्होंने बताया कि महंगाई की वजह से अब यूं भी काम मिलना कम हो रहा है।
ट्रांसपोर्टर अश्वनी ने बताया कि सरकार उनकी बात सुनने को तैयार ही नहीं है, जबकि आर्थिक विकास में उनका भी बड़ा योगदान रहता है। उनके लिए रोड पर किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं होती। उनके कल्याण के बारे में भी सरकार ने कभी ध्यान नहीं दिया है। वसूली में हर कोई सबसे आगे रहता है। उन्होंने कहा कि उनकी ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए। इन हालात में अब काम करना मुश्किल हो गया है।
ट्रांसपोर्टर ने बताया कि इधर बीमा की राशि भी बढ़ गई है। सरकार की गलत नीतियों की वजह से उनका काम खत्म हो रहा है। इसलिए सभी ने मिल कर 20 जुलाई को हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि हड़ताल पर जाना तो नहीं चाहते, लेकिन मजबूरी के चलते यह कदम उठाना पड़ रहा है।