अलॉट किए गए प्लाट फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेच हड़पे तीन करोड़
एक रिहायशी सिटी में अलॉट किए गए प्लाटों को फर्जी कागजात के आधार पर दूसरे लोगों को बेचकर तीन करोड़ रुपये हड़प लेने का मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, करनाल : एक रिहायशी सिटी में अलॉट किए गए प्लाटों को फर्जी कागजात के आधार पर दूसरे लोगों को बेचकर तीन करोड़ रुपये हड़प लेने का मामला सामने आया है। पुलिस ने ग्रेटर कैलाश नई दिल्ली की एक डेवलेपर कंपनी की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
डेवलेपर कंपनी के अकर बंसल ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि उनके कार्यालय में करनाल में विकसित की जा रही एक सिटी के कार्यालय की ओर से नंवबर 2012 में कुछ लोग पहुंचे। उन्होंने उन्हें प्लॉट बेचने का ऑफर दिया, जिसके चलते पांच प्लाट लिए जाने तय किए गए। प्रति प्लाट 40 लाख रुपये की दर से खरीदे जाने तय हुए तो उन्होंने उन्हें तय राशि भी दे दी। यहीं नहीं अन्य खर्च भी दे दिया गया।
बंसल ने बताया कि बाद में उन्हें पता चला कि इन प्लाटों में से संबंधित फर्म ने पहले ही फर्जी कागजात तैयार कर रीतेश, जसवंत सिंह, जोली व अन्य को बेचे हुए हैं। यह पता चलने पर वे दंग रह गए। उन्होंने आरोप लगाए कि उनके साथ प्लाट बेचने की आड़ में तीन करोड़ की धोखाधड़ी की गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपित फर्म व उसके अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।