करनाल में चायनीज डोर पर नहीं लग रही रोक, हादसों का खतरा
चाइनीज डोर से हादसे होने का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा। हर साल की तरह इस बार भी मकर संक्रांति और वसंत पंचमी पर जमकर पंतग उड़ेंगी।
जागरण संवाददाता, करनाल : चाइनीज डोर से हादसे होने का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा। हर साल की तरह इस बार भी मकर संक्रांति और वसंत पंचमी पर जमकर पंतग उड़ेंगी। ऐसे में चीनी डोर की चपेट में आकर प्रतिदिन दुपहिया वाहन चालक चोटिल होते हैं। इसके बावजूद प्रशासन ने इस ओर आंखें मूंदी हुई है। प्रशासन ने चाइनीज डोर की बिक्री पर प्रतिबंध भी लगाया हुआ है। बावजूद इसके शहर के प्रत्येक हिस्से व बाजार में चाइनीज डोर की बिक्री सरेआम की जा रही है। अब तक चाइनीज डोर बेचने वालों पर किसी तरह की कार्रवाई भी नहीं हुई है। यही वजह है कि इस डोर को बेचते हुए दुकानदार अपना मुनाफा तो कमा रहे हैं, लेकिन जान दांव पर लगा रहे हैं।
चाइनीज डोर की चपेट में प्रतिदिन दो से तीन दुपहिया वाहन चालक आते हैं। कोई तेजी से संभलकर बच जाता है तो किसी के कपड़े कट जाते हैं। कई वाहन चालक तो गर्दन में घाव भी करवा बैठते हैं। शहर के सुभाष गेट, कलंदरी गेट, अर्जुन गेट, मेरठ रोड, जाटो गेट, जुंडला गेट, बांसो गेट व सदर बाजार क्षेत्र में गुजरते हुए दुपहिया वाहन चालकों को चाइनीज डोर की चपेट में आने का खतरा बना रहता है। क्योंकि इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा पतंगबाजी होती है।
बता दें कि कर्णनगरी में वसंत पंचमी पर होने वाली पतंगबाजी काफी मशहूर है। वसंत पंचमी पर पतंगबाजी का शौक रखने वाले अल सुबह ही छतों पर चढ़ जाएंगे और शाम तक लगातार पतंगबाजी का दौर चलता रहेगा। इस बार वसंत पंचमी 16 फरवरी को हैं। इस दिन यहां पर अहमदाबाद व जयपुर सरीखी पतंगबाजी होती है। दूसरी ओर, उपायुक्त निशांत यादव ने कहा कि चाइनीज डोर की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। यदि कोई इसके बावजूद भी चाइनीज डोर बेच रहा है तो इसकी जांच करवाई जाएगी। बेचने वाले नियम अनुसार कार्रवाई भी होगी।