जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर, बीमारियों का खतरा बढ़ा
फोटो----10 नंबर है। -कागजों तक सीमित रह गया प्रशासन के स्वच्छता अभियान, युवा बोलेगा मंच न
फोटो----10 नंबर है।
-कागजों तक सीमित रह गया प्रशासन के स्वच्छता अभियान, युवा बोलेगा मंच ने जताया रोष
संवाद सहयोगी, तरावड़ी
कस्बे में जगह-जगह पर लगे गंदगी के ढेरों ने स्वच्छता अभियान को पलीता लगाया हुआ है। क्षेत्र की कई कालोनियों के साथ-साथ गुरुद्वारा रोड, फुट्टी तरावड़ी व करनाली गेट पर पार्किंग के साथ पड़े गंदगी के ढेरों से पता चलता है कि तरावड़ी नगरपालिका प्रशासन को प्रदेश सरकार के स्वच्छ भारत मिशन ओर स्वच्छता अभियान से कोई लेना-देना नही है। नगरपालिका का दावा है कि नपा के सफाई कर्मचारी प्रतिदिन तरावड़ी क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर ड्यूटी देकर सफाई करते हैं, लेकिन कई जगहों पर लगे गंदगी के ढेर नगरपालिका के दावों की पोल खोल रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री द्वारा चलाए गए स्वच्छ भारत मिशन अभियान का तरावड़ी में कोई असर नहीं है। नगरपालिका प्रशासन द्वारा स्वच्छ भारत मिशन और स्वच्छता अभियान की धज्जियां सरेआम उड़ाई जा रही है। दीवारों पर स्लोगन लिखकर लोगों को जागरूक करने का काम तो करवा दिया, लेकिन जागरूक करने वाले स्लोगन के नीचे लगे हुए गंदगी के ढेरों को शायद नगरपालिका प्रशासन उठाना भूल गया। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगरपालिका प्रशासन एसी के कमरों में बैठकर स्वच्छता अभियानों को कागजों तक सीमित कर रहे हैं, लेकिन कभी नगरपालिका प्रशासन ने इन गंदगी के ढेरों को उठवाने की जहमत नही उठाई। गंदगी के उठान न होने से परेशान लोग रोजाना नगरपालिका के चक्कर काटते हैं, लेकिन नगरपालिका प्रशासन से गंदगी की समस्या ही हल नही हो रही है। एक तरफ जहां गदंगी के ढेरों के कारण बीमारियां फैलने का भय बना रहता हैं। वहीं जगह-जगह पर लगे गंदगी के ढेर सुंदरता को भी ग्रहण लगा रहे हैं।
युवा बोलेगा मंच ने जताया रोष
गंदगी के उठान न होने के कारण युवा बोलेगा मंच के कार्यकर्ताओं ने रोष जताया। उन्होंने नगरपालिका प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की इस अवसर पर युवा बोलेगा मंच के हल्काध्यक्ष हरीश मदान, तरावड़ी अध्यक्ष साहिल गिरधर, उपाध्यक्ष सन्नी सचदेवा, भारत शर्मा, लक्की, धीरज मुंजाल समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे। तरावड़ी के करनाली गेट पर पार्किंग के पास युवा बोलेगा मंच के कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर गंदगी में खड़े होकर प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। उन्होंने मांग की है कि प्रशासन यहां से गंदगी को उठवाए।
शौचालय पर 24 घंटे लटका रहता है ताला
लाखों रुपये की लागत से पब्लिक एवं आम लोगों के लिए बनाए गए पब्लिक शौचालय पर 24 घंटे ताला लटका रहता है। शौचालय पर लाखों रुपये की ग्रांट खर्च कर उसे सुंदर रूप तो दे दिया गया। लेकिन आज तक भी यहां पर ताले लटके हुए हैं। नगरपालिका प्रशासन से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद भी आज तक पब्लिक शौचालयों के ताले नही खोले गए। एक तरफ जहां सरकार द्वारा खुले में शौचमुक्त अभियान का दावा किया जा रहा हैं।