वाट्सएप ग्रुप से अवैध खनन करने वालों तक पहुंचाई जा रही थी जांच टीम की लोकेशन
अवैध खनन पर लगाम लगाने वाली माइनिग अधिकारियों की टीम खनन माफियाओं के निशाने पर आ गई है।
संवाद सहयोगी, घरौंडा : अवैध खनन पर लगाम लगाने वाली माइनिग अधिकारियों की टीम खनन माफियाओं के निशाने पर आ गई है। खनन अधिकारियों की पल-पल की लोकेशन अवैध माफियाओं तक वाट्सएप ग्रुप में शेयर की जा रही हैं।
इसका रहस्योद्घान हाल में तब हुआ, जब माइनिग अधिकारियों की गाडि़यां बुधवार को लालुपुरा के पास यमुना नदी का निरीक्षण कर लौट रही थी। इसी बीच एक स्कॉर्पियो गाड़ी ने खनन अधिकारियों की गाड़ी का पीछा शुरू कर दिया। इंफोर्समेंट टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को भांप लिया और चौरा गांव के पास जैसे ही स्कॉर्पियों ने ओवरटेक किया तो पुलिस अधिकारियों ने रोक लिया। अचानक पुलिस की कार्रवाई देख स्कॉर्पियो सवार लोगों में हड़कंप मच गया। गाड़ी में सवार पांच लोगों में से चार व्यक्ति पुलिसकर्मियों को धक्का देकर मौके से फरार हो गए।
कार्रवाई के तहत पुलिस ने जींद जिला के चाबरी गांव वासी सबदीप को काबू कर लिया। सबदीप के पास से पुलिस को एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। खनन अधिकारियों और पुलिस ने इस मोबाइल फोन को चेक किया तो एक वाट्सएप ग्रुप में माइनिग टीम की लोकेशन साझा की जा रही थी। माइनिग अधिकारी गुरजीत सिंह ने घरौंडा पुलिस को इसकी शिकायत की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर सबदीप सहित पांच लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। वीरवार को सबदीप को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से माननीय न्यायालय ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
थाना प्रभारी मोहन लाल ने बताया कि माइनिग अधिकारी व उनकी टीम का पीछा करने वाली गाड़ी को पकड़ा है। इसमें पांच लोग सवार थे, जिनमें चार मौके से फरार हो गए और एक पुलिस ने काबू कर लिया। खनन अधिकारी गुरजीत सिंह की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।