Move to Jagran APP

आयुष्मान योजना के पात्रों की अंगूठे से होगी पहचान, टीएमएस पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा डाटा

आयुष्मान भारत योजना लाभ पात्रों को मिले और इसमें किसी भी प्रकार का फर्जीवाड़ा ना हो इसके लिए सभी पात्रों का डाटा टीएमएस (ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम) पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 09:03 AM (IST)Updated: Mon, 19 Aug 2019 09:03 AM (IST)
आयुष्मान योजना के पात्रों की अंगूठे से होगी पहचान, टीएमएस पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा डाटा
आयुष्मान योजना के पात्रों की अंगूठे से होगी पहचान, टीएमएस पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा डाटा

जागरण संवाददाता, करनाल : आयुष्मान भारत योजना लाभ पात्रों को मिले और इसमें किसी भी प्रकार का फर्जीवाड़ा ना हो इसके लिए सभी पात्रों का डाटा टीएमएस (ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम) पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। इसमें इमरजेंसी में आने वाले मरीज का भी इलाज से पहले अंगूठा स्कैन किया जाएगा। यदि अंगूठे का निशान मैच नहीं होगा, तो उसे इलाज से वंचित रहना पड़ेगा। मरीज के अस्पताल पहुंचने पर अंगूठे का निशान वहां लगी बीमा कंपनी की मशीन पर लिया जाएगा। उसका मिलान दिल्ली के सर्वर में पहले से सुरक्षित अंगूठे के निशान से कराया जाएगा। निशान का मिलान होने पर फ्री इलाज शुरू कर दिया जाएगा। आयुष्मान स्कीम का स्मार्ट कार्ड बनाए गए हैं। कार्ड बनाने के साथ-साथ अंगूठे वाले फार्मूले से इलाज शुरू कर किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार आयुष्मान योजना के तहत जिन परिवारों को दायरे में लिया गया है उनके हर सदस्य का रिकार्ड दिल्ली स्थित मुख्यालय में है। इस फार्मूले से इलाज करने के लिए स्मार्ट कार्ड की जरूरत नहीं होगी।

loksabha election banner

जिले में करीब 1.20 लाख लाभपात्र

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में 1.20 लाख लाभपात्र हैं। फिलहाल कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज व नागरिक अस्पताल में आयुष्मान भारत सेंटर शुरू किया गया है।

रेट निजी नर्सिग होम के मुकाबले कम

गुर्दे की पथरी की सर्जरी के 25 हजार रुपये जबकि बाहर निजी अस्पताल में करीब 35 से 40 हजार रुपये ले रहे हैं। सीएबीजी बाईपास सर्जरी के 90 हजार रुपये तय किए हैं। इसके निजी अस्पताल में फिलहाल कोई 1.50 लाख लाख या इससे अधिक लिए जा रहे हैं। बच्चेदानी के आपरेशन का रेट 20 हजार जबकि निजी नर्सिंग होम सर्जरी के 35 से 40 हजार ले रहे हैं।

वर्जन

डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सरोज के मुताबिक योजना शुरू होने के बाद कोई परेशानी न हो इसलिए सबका डाटा ऑनलाइन कर दिया गया है। लेकिन एक जगह मरीजों को परेशानी हो सकती है। सभी का डाटा ऑनलाइन कर दिया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.