पुराने प्रश्न पत्रों से अभ्यास कर मेधावी बनेंगे विद्यार्थी
जागरण संवाददाता, करनाल हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में गिरते परीक्षा परिण्
जागरण संवाददाता, करनाल
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में गिरते परीक्षा परिणाम में सुधार लाने के लिए शिक्षा निदेशालय ने नई प्ला¨नग तैयार की है। योजना के तहत कक्षा 10वीं और 12वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पिछली वार्षिक परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों से अभ्यास कराया जाएगा। सेलेबस की रिविजन के साथ परीक्षा के प्रारूप और किस तरह के सवाल परीक्षा में आते हैं, इससे वे वाकिफ हो सकें। विभाग के निदेशक ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इस बारे में पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं। जल्द से जल्द विद्यार्थियों को पिछली परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों का अभ्यास शुरू कराया जा सके। इसलिए लिया फैसला
सरकारी स्कूलों में बोर्ड की कक्षाओं का परीक्षा परिणाम लगातार गिरता जा रहा है। शिक्षा सत्र 2017-18 में भी बोर्ड की कक्षाओं का परीक्षा परिणाम अच्छा नहीं रहा। जिले में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 43.66 फीसद और 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 63.95 फीसद रहा था। कई स्कूल तो ऐसे भी थे। इनका परीक्षा परिणाम 15 से 25 फीसद के बीच रहा। सत्र 2018-19 की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम कम न रहे, इसलिए विभाग ने पिछली परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों का अभ्यास कराने का निर्णय लिया है। अभ्यास के बाद जनवरी में लिए जाएंगे टेस्ट
विभाग की ओर से जारी पत्र के मुताबिक 10वीं और 12वीं कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पिछली तीन वार्षिक परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों का अभ्यास कराया जाएगा। इस कार्य को शीघ्र अमलीजामा पहनाने के लिए दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह तक स्कूलों में पिछली परीक्षाओं के प्रश्नपत्र उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इसके बाद जनवरी माह में विद्यार्थी इन प्रश्नपत्रों का अभ्यास करेंगे। फिर इसके आधार पर स्कूलों में बच्चों के टेस्ट लिए जाएंगे। फोटो---25 नंबर है।
परीक्षा की तैयारी में बनेगी रुचि
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के संरक्षक बीर ¨सह राणा ने कहा कि इस फैसले से जहां विद्यार्थियों में परीक्षा की तैयारी करने की ललक पैदा होगी, वहीं उनका परीक्षाओं का बेस भी मजबूत होगा, क्योंकि वार्षिक परीक्षाओं में इसी सेलेबस में से ही प्रश्न आएंगे। फोटो---26 नंबर है।
वर्जन-
शिक्षा निदेशालय ने बोर्ड की कक्षाओं में अध्ययनरत बच्चों को पिछली वार्षिक परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों का अभ्यास कराने का उचित निर्णय लिया है। शिक्षा निदेशालय के इस कदम से सरकारी स्कूलों में बोर्ड की परीक्षाओं के परिणाम में आवश्यक सुधार आएगा।
-ईश्वर ¨सह मान, जिला शिक्षा अधिकारी।