स्वच्छ भारत मिशन इंपेक्ट एसिस्टमेंट टीम ने शहर में लिया सफाई का जायजा
स्वच्छ सर्वेक्षण 2018-19 में किए गए कार्यो की स्थिति क्या है? धरातल पर लोगों को फायदा मिल रहा है या नहीं उसकी हकीकत जानने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिग एंड अर्बन अफेयर्स से स्वच्छ भारत मिशन इंपेक्ट एसिस्मेंट की टीम करनाल पहुंची।
जागरण संवाददाता, करनाल : स्वच्छ सर्वेक्षण 2018-19 में किए गए कार्यो की स्थिति क्या है? धरातल पर लोगों को फायदा मिल रहा है या नहीं उसकी हकीकत जानने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिग एंड अर्बन अफेयर्स से स्वच्छ भारत मिशन इंपेक्ट एसिस्मेंट की टीम करनाल पहुंची। टीम ने सबसे पहले सर्वेक्षण के दौरान किए गए कार्यो की विस्तार से जानकारी ली। माधवी ओस्टा की अध्यक्षता में पहुंची टीम ने मुख्यत: साफ-सफाई की व्यवस्था की जांच की। कई जगह पर गंदगी मिली तो कई जगह सफाई। जहां-जहां पर गंदगी मिली निगम के अधिकारियों से इस बारे में आपत्ति जाहिर की। टीम ने कहा हम स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 की बात कर रहे हैं, लेकिन सफाई व्यवस्था सही नहीं है। व्यवस्था को बेहतर किया जाए। इसके अलावा वाटर मैनेजमेंट की व्यवस्था के बारे में भी जाना।
कम्यूनिटी टॉयलेट व पब्लिक टॉयलेट के कनेक्शन सीवरेज में है या नहीं। सीवर व नालों का आउटलेट जहां पर भी वहां से उसे एसटीपी में लिया जा रहा है या नहीं उसकी डिटेल ली।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट वर्किग पर जताया संतोष
माधवी ओस्टा व उनकी सहयोगी शेखपुरा स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में पहुंची। वहां पर कचरे के निस्तारण के बारे में जानकारी हासिल की। शहर से रोजाना निकलने वाले कचरे में से कितने कूड़े का निस्तारण हो रहा है, उसका सेग्रीगेशन हो रहा है या नहीं तमाम पहलुओं पर बारीकी से देखा और अधिकारियों से डिटेल ली। प्लांट में बन रहे खाद की उपलब्धता पर उन्होंने बेचने की प्रक्रिया के बारे में भी बातचीत की। टीम ने रामनगर स्थित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट को देखा। इसके बाद ताऊ देवीलाल चौक पर एमआरएफ का निरीक्षण भी किया।
निरीक्षण के बाद आयुक्त से बातचीत की
टीम ने निरीक्षण पूरा करने के बाद जहां-जहां पर भी खामियां मिली आयुक्त को उसे पूरा करने को कहा। माधवी ओस्टा ने बताया कि रिपोर्ट बनाकर रिपोर्ट मंत्रालय में भेजी जाएगी। लोगों को नियमों में रहते हुए बेहतर सुविधाएं कैसे दी जाए यह प्रयास है।