कर्मचारियों ने मंत्री कविता जैन का पुतला फूंका
नगर निगम कर्मचारियों ने सरकार की वादाखिलाफी, असंवेदनशीलता व मांगी गई मांगों को लागू नहीं करने के विरोध में जिला प्रधान वीरभान बिड़लान के नेतृत्व में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन का वाल्मीकि चौक पर पुतला फूंका। कर्मचारियों ने शहर में मंत्री कविता जैन की शव यात्रा निकाली एवं पुतला फूंकते हुए जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, करनाल : नगर निगम कर्मचारियों ने सरकार की वादाखिलाफी, असंवेदनशीलता व मांगी गई मांगों को लागू नहीं करने के विरोध में जिला प्रधान वीरभान बिड़लान के नेतृत्व में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन का वाल्मीकि चौक पर पुतला फूंका। कर्मचारियों ने शहर में मंत्री कविता जैन की शव यात्रा निकाली एवं पुतला फूंकते हुए जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की।
वीरभान बिड़लान ने कहा कि हरियाणा सरकार कर्मचारियों की मांगों को संगठन से बातचीत करके लागू करने के बजाय हड़ताल को कमजोर करने का प्रयास कर रही है, जिससे कर्मचारियों में गहरा रोष व्याप्त है। सरकार के इस प्रयास का संगठन मुंहतोड़ जवाब देगा।
राज्य उपाध्यक्ष अशोक प्रोचा ने कहा कि हरियाणा सरकार अपने मंत्रियों से अनाप-शनाप बयानबाजी करवा रही है जिसका कोई औचित्य नहीं है। ऐसा करके सरकार जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। यदि भाजपा सरकार वास्तव में कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति गंभीर है तो वह मांगों के प्रति नकारात्मक रुख अपनाने की बजाय संगठन से बातचीत करके मांगों को लागू करे। मांगों के लागू होने तक कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहेगी। यदि इस दौरान आम जनता को कोई परेशानी होती है तो इसकी जिम्मेवारी हरियाणा की भाजपा सरकार की होगी।
उन्होंने मांग की कि नगरपालिका में कार्यरत सभी कर्मचारियों को नियमित किया जाए। सर्वोच्च न्यायलय के फैसले के अनुसार समान काम-समान वेतन लागू किया जाए। न्यूनतम वेतनमान 18 हजार रुपये लागू किया जाए। सभी कर्मचारियों को 100-100 गज के रिहायशी प्लॉट दिये जाए। नई पेंशन नीति समाप्त कर सामाजिक सुरक्षा पर आधारित पुरानी पेंशन नीति को लागू किया जाए। एक्सग्रेसिया स्कीम को बहाल किया जाए।
प्रदर्शनकारियों को सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश ¨सहमार, सह सचिव सुशील गुर्जर, ब्लॉक प्रधान रोशन गुप्ता, जयपाल, एसपी त्यागी, वीर¨सह लाठर, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के प्रधान सियानंद परोचा, शारदा, महेंद्रो, रोजी, सरोज व रमेश मौजूद रहे।