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कागजों में 12 और धरातल पर छह कर्मचारी

नई अनाज मंडी के सफाई ठेके में बड़ी धांधली का मामला सामने आया हैं। मंडी में 12 कर्मचारियों के बजाय मात्र छह ही सफाई का काम करते हैं। यहां जितने कर्मचारी काम पर रखे गए हैं, वे भी सफाई ठेकेदार पर शोषण का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि न तो उन्हें डीसी रेट की तनख्वाह दी जाती और न ही अन्य सुविधाएं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Jul 2018 01:34 AM (IST)Updated: Sun, 01 Jul 2018 01:34 AM (IST)
कागजों में 12 और धरातल पर छह कर्मचारी
कागजों में 12 और धरातल पर छह कर्मचारी

संवाद सहयोगी, घरौंडा : नई अनाज मंडी के सफाई ठेके में बड़ी धांधली का मामला सामने आया हैं। मंडी में 12 कर्मचारियों के बजाय मात्र छह ही सफाई का काम करते हैं। यहां जितने कर्मचारी काम पर रखे गए हैं, वे भी सफाई ठेकेदार पर शोषण का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि न तो उन्हें डीसी रेट की तनख्वाह दी जाती और न ही अन्य सुविधाएं।

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कर्मचारियों का कहना है कि डीसी रेट 12 हजार 100 रुपये है, लेकिन ठेकेदार उन्हें केवल 8100 रुपये ही प्रति माह देता हैं। वहीं मार्केट कमेटी का दावा है कि मंडी में सफाई व्यवस्था दुरुस्त है। अनुबंध के अनुसार सफाई कर्मचारियों की संख्या पूरी है।

दो माह पूर्व दिया था ठेका

नई अनाज मंडी में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए मार्केट कमेटी ने करीब दो माह पूर्व सफाई का ठेका संजय कुमार को दिया था। जिसमें नियम व शर्तो के अनुसार 12 सफाई कर्मचारी रखे जाने का प्रावधान है। इन कर्मचारियों को डीसी रेट के अनुसार प्रति माह 12100 रुपये वेतन भी निर्धारित किया गया है।

मुनाफे के लिए नियम दरकिनार

ठेके के नियमों के मुताबिक ठेकेदार को मंडी में सफाई व्यवस्था के साथ-साथ पेड़-पौधों की देखभाल, मंडी शौचालय की सफाई व सब्जी मंडी की सफाई भी करनी थी। सफाई ठेकेदार मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में पूरे कर्मचारी न लगाकर मात्र छह ही कर्मचारी लगा रहा है। मंडी आढ़ती रामकुमार कहना है कि पिछले वर्ष जिस ठेकेदार को सफाई का ठेका दिया गया था, उस समय मंडी में दस सफाई कर्मचारी नियुक्त करने का प्रावधान था। पिछले वर्ष भी इसी प्रकार से कम कर्मचारियों के सहारे मंडी की सफाई करवाई गई थी। मार्केट कमेटी ने अनाज मंडी, फल एवं सब्जी मंडी में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए इस वर्ष दो अतिरिक्त कर्मचारी बढ़ा दिए, लेकिन यहां सफाई व्यवस्था पिछले वर्ष से भी खराब हो चुकी है।

ठेकेदार कर रहा है शोषण

सफाई कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले दो साल से यहां छह ही कर्मचारी काम कर रहे हैं। ठेकेदार उनका खूब शोषण कर रहा है। न तो उनको डीसी रेट के अनुसार वेतन मिलता है और न ही उनका कोई ईएसआइ व पीएफ काटा जाता है। इतना ही नहीं उनके पास वर्दी और मास्क भी नहीं है।

सफाई व्यवस्था ठीक है

अनाज मंडी में सफाई व्यवस्था दुरुस्त है। अनुबंध के अनुसार ठेकेदार ने सफाई कर्मचारी रखे हैं। कर्मचारियों की संख्या पूरी है। हो सकता है कभी कभार एक या दो कर्मचारी कम आते हों, फिर भी ठेकेदार को बुलाकर कर्मचारियों की गिनती करवाई जाएगी। नरेश मान, सचिव, मार्केट कमेटी, घरौंडा।


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