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करोड़ों रुपये टोल लेने के बावजूद सुरक्षित नहीं सर्विस लेन

टोल कंपनियां वाहन चालकों से करोड़ों रुपये का टोल वसूलती हैं लेकिन सुविधाओं के नाम पर वाहन चालकों को टूटी-फूटी सड़कें ही मिल रही हैं। सर्विस रोड पर जगह-जगह पड़े गड्ढे वाहन चालकों के लिए परेशानी की वजह बने हुए हैं। खस्ताहाल सर्विस रोड पर वाहन दौड़ते नहीं बल्कि कछुए की चाल से चलते हैं। बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या परेशानी को ओर बढ़ा देती है। इससे ना सिर्फ वाहन चालकों को दिक्कतें होती है बल्कि सड़कें भी टूटती हैं। वाहन चालकों में टोल कंपनियों के खिलाफ रोष है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Mar 2020 07:37 AM (IST)Updated: Sat, 14 Mar 2020 07:37 AM (IST)
करोड़ों रुपये टोल लेने के बावजूद सुरक्षित नहीं सर्विस लेन
करोड़ों रुपये टोल लेने के बावजूद सुरक्षित नहीं सर्विस लेन

संवाद सहयोगी, घरौंडा : टोल कंपनियां वाहन चालकों से करोड़ों रुपये का टोल वसूलती हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर सड़कें टूटी पड़ी हैं। सर्विस रोड पर जगह-जगह पड़े गड्ढे वाहन चालकों के लिए परेशानी की वजह बने हुए हैं। खस्ताहाल सर्विस रोड पर वाहन दौड़ते नहीं बल्कि कछुआ चाल से चलते हैं। बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या परेशानी को ओर बढ़ा देती है। इससे ना सिर्फ वाहन चालकों को दिक्कतें होती है बल्कि सड़कें भी टूटती हैं। वाहन चालकों में टोल कंपनियों के खिलाफ रोष है।

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सर्विस लेन पर स्ट्रीट लाइट नहीं

वाहन चालक सुखबीर, रणदीप सिंह का कहना है कि नेशनल हाइवे पर करनाल से दिल्ली तक तीन टोल लगते हैं। वाहन चालकों से भारी टोल वसूला जाता है लेकिन सर्विस रोड की हालात खस्ता हो चुकी है। कुछ दूरी पर दर्जनभर गड्ढे बने हुए हैं। इन गड्ढों से अपने वाहन को बचाने के लिए वाहन चालक अचानक कट मारते हैं जिससे हादसे का खतरा बना रहता है। दिन में वाहन चालक सर्विस रोड से अपने वाहनों को ठीक तरीके से निकाल कर ले जाते हैं, लेकिन रात के समय परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सर्विस रोड पर लगी स्ट्रीट लाइटें खराब होने के कारण सड़क पर अंधेरा रहता है।

मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति

करनाल से पानीपत साइड में मधुबन, कुटेल, बसताड़ा, घरौंडा, गढ़ी मुल्तान, कोहंड व गांजबढ़ तक सर्विस रोड पर गड्ढों की भरमार है। कमोबेश यही स्थिति पानीपत से करनाल साइड में है। इन जगहों पर शायद ही ऐसा कोई स्थान होगा, जहां पर गड्ढा न हो। इसके अतिरिक्त सर्विस रोड से नेशनल हाइवे पर चढ़ने से पहले भी वाहन चालकों को गड्ढों का सामना करना पड़ता है। वाहन चालकों का कहना है कि टोल कंपनी सर्विस रोड की मरम्मत के नाम पर महज खानापूर्ति करती है। जब कभी इन गड्ढों को भरा जाता है तो कुछ ही दिनों में सड़क फिर से टूटनी शुरू हो जाती है। निकासी के उचित प्रबंध नहीं हैं।


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