स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अल्ट्रासाउंड मशीन की सील
संवाद सहयोगी, घरौंडा : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घरौंडा में अल्ट्रासाउंड केंद्र की दूसरी मश्
संवाद सहयोगी, घरौंडा : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घरौंडा में अल्ट्रासाउंड केंद्र की दूसरी मशीन को भी सील कर दिया। रेलवे रोड स्थित ओम अस्पताल के अल्ट्रसांउड केंद्र को पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट की अवहेलना करने का दोषी पाया गया। उप सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र कुमार, सीएचसी घरौंडा के एसएमओ डॉ. कुलबीर ¨सह व चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंजू पाठक ने ओम अस्पताल ने केंद्र की संचालक डॉ. मंजू गुप्ता की उपस्थिति में अल्ट्रासाउंड कमरे के ताले पर लगी सील को खोलते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया। उप सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि यह कमरा गर्भपात, डिलीवरी, ऑपरेशन व ओपीडी की सुविधाओं से लैस दूसरे कमरे से जुड़ा पाया गया। उन्होंने बताया कि 27 जून को गठित टीम ने घरौंडा में इस अल्ट्रासाउंड केंद्र का नियमित निरीक्षण किया तो पाया कि केंद्र पर दो अल्ट्रासाउंड मशीनें पंजीकृत हैं। लेकिन मौके पर केंद्र के रजिस्टर्ड अल्ट्रासाउंड रूम में केवल एक ही अल्ट्रासाउंड मशीन मिली। केंद्र की संचालिका डॉ. मंजू गुप्ता ने बताया था कि दूसरी अल्ट्रासाउंड मशीन अस्पताल के पीछे बने स्टोर में रखी है और सूचना सिविल सर्जन को पहले से दे रखी है। छानबीन में इससे संबंधित पत्र कार्यालय में नहीं और ना इंद्राज रजिस्टर में इसका कोई जिक्र मिला। इससे शक गहरा गया और 28 जून को अनारक्षित स्थान पर रखी अल्ट्रासाउंड मशीन को टीम ने सील कर दिया था। डॉ. मंजू गुप्ता को कारण बताओ नोटिस दिया गया व व्यक्तिगत सुनवाई के लिए अपने कार्यालय बुलाया गया, लेकिन वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी। केंद्र के रजिस्ट्रेशन के नवीनीकरण के लिए डॉ. मंजू गुप्ता ने गत 6 सितंबर को आवेदन किया था। गत 30 सितंबर को जिला एडवाइजरी कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया कि केंद्र की संचालक व ऑपरेटर ने पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट की उल्लंघना कर बिना परमिशन के अल्ट्रासाउंड मशीन अनारक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया। इसलिए इस केंद्र का नवीनीकरण नहीं करते हुए इसका रजिस्ट्रेशन निलंबित करके उनकी दूसरी अल्ट्रासाउंड मशीन को भी सील करने के आदेश जारी कर दिए। उप सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र ने बताया कि गठित टीम इस केंद्र की स्टोर मे रखी अल्ट्रासाउंड मशीन को सील करने के लिए गत 30 सितंबर व गत 3 अक्टूबर को घरौंडा गई थी। डॉ. मंजू गुप्ता के अस्पताल में उपस्थित नहीं होने के कारण अल्ट्रासाउंड मशीन सील नहीं की जा सकी थी। इसलिए मशीन के कमरे को बाहर से ही सील कर दिया गया था।