ईवीएम से नहीं हो सकती किसी प्रकार की छेड़खानी : एसडीएम
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए ईवीएम और वीवी पैट की विश्वसनीयता को जनता में कायम रखने के मकसद से मंगलवार को लघु सचिवालय के सभागार में इन मशीनों की ट्रेनिग को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, करनाल : स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए ईवीएम और वीवी पैट की विश्वसनीयता को जनता में कायम रखने के मकसद से मंगलवार को लघु सचिवालय के सभागार में इन मशीनों की ट्रेनिग को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। ट्रेनिग के लिए मीडियाकर्मियों को बुलाया गया, जिस में प्रिट, इलेक्ट्रोनिक व डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकार शामिल हुए।
करनाल विधानसभा के रिटर्निग अधिकारी एवं एसडीएम नरेंद्र पाल मलिक ने सभी मीडियाकर्मियों का स्वागत किया। ईवीएम व वीवीपैट की कार्य प्रणाली पर विस्तार से जानकारी की। उन्होंने बताया कि 1990 के आस-पास देश में ईवीएम यानि इलेक्ट्रोनिक वोटिग मशीन का प्रादुर्भाव हुआ। मकसद था, चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से होने चाहिए। इसके बाद वर्ष 2014 के चुनाव में देश के कई हिस्सों में वीवी पैट (वोटर वैरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रोल)प्रयोग में ली गई। हरियाणा में भी कई बूथों पर सैंपल के लिए वीवी पैट लगाई गई थी। इसके पश्चात विगत लोकसभा आम चुनाव में सभी बूथों पर वीवी पैट उपलब्ध कराई गई, जो पूर्ण रूप से अपने मकसद में सफल रही।