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नियम 134ए का घटा क्रेज, तीन साल में आए डेढ़ गुणा कम आवेदन

नियम 134ए कड़ी औपचारिकता, मुश्किल प्रक्रिया में फंसा हुआ है। रही सही कसर निजी स्कूल संचालकों की मनमानी ने पूरी कर दी। इसका परिणाम अब यह निकला कि साल दर साल अभिभावकों का इससे मोहभंग होता नजर आ रहा है। इस बार पिछले तीन सालों की तुलना में सबसे कम आवेदन आए हैं। करनाल ब्लॉक में इस बार 3610 आवेदन आए, पिछले साल 4689 आवेदन आए थे। यानी 1079 आवेदन कम आए हैं। वहीं वर्ष 2016-17 में नियम के तहत प्राइवेट स्कूल में दाखिला लेने के लिए करनाल बीईओ कार्यालय में 5504 आवेदन आए थे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Apr 2018 05:54 PM (IST)Updated: Sat, 14 Apr 2018 05:54 PM (IST)
नियम 134ए का घटा क्रेज, तीन साल में आए डेढ़ गुणा कम आवेदन
नियम 134ए का घटा क्रेज, तीन साल में आए डेढ़ गुणा कम आवेदन

जागरण संवाददाता, करनाल : नियम 134ए कड़ी औपचारिकता, मुश्किल प्रक्रिया में फंसा हुआ है। रही सही कसर निजी स्कूल संचालकों की मनमानी ने पूरी कर दी। इसका परिणाम अब यह निकला कि साल दर साल अभिभावकों का इससे मोहभंग होता नजर आ रहा है। इस बार पिछले तीन सालों की तुलना में सबसे कम आवेदन आए हैं। करनाल ब्लॉक में इस बार 3610 आवेदन आए, पिछले साल 4689 आवेदन आए थे। यानी 1079 आवेदन कम आए हैं। वहीं वर्ष 2016-17 में नियम के तहत प्राइवेट स्कूल में दाखिला लेने के लिए करनाल बीईओ कार्यालय में 5504 आवेदन आए थे। यह हाल अकेले करनाल ब्लॉक का नहीं, जिले के अन्य पांच ब्लॉक घरौंडा, नीलोखेड़ी, असंध, इंद्री व नि¨सग में भी ऐसी ही स्थिति है।

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58 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे होते हैं फेल

वर्ष 2017-18 में नियम 134ए के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिला लेने के लिए करनाल ब्लॉक में कुल 4690 आवेदन आए थे। परीक्षा के बाद 1934 यानि 41.92 प्रतिशत विद्यार्थी ही सरकार की कसौटी पर खरे उतरे। इनमें से भी ड्रा के बाद करीब 1200 बच्चों को ही एडमिशन के लिए स्कूल अलॉट हो पाए। वर्ष 2016-17 और 2015-16 में भी ऐसा ही हाल था।

नहीं सुनते प्राइवेट स्कूलों के संचालक

अभिभावक एकता मंच के प्रधान दिनेश नरूला के अनुसार प्राइवेट स्कूलों के संचालक नियमों की पालना नहीं करते। नियम के तहत दाखिले के ड्रा में नाम आने के बाद भी स्कूल संचालक किसी न किसी चीज में फंसा कर बच्चों को दाखिला नहीं देते। वहीं ड्रा से पहले नियम के तहत आवेदन की प्रक्रिया भी काफी मुश्किल है। अज्ञानता वश लोग फाइल में डाक्यूमेंट्स भी पूरे नहीं कर पाते, ऐसे में ज्यादातर लोगों के आवेदन रद भी हो जाते हैं। कुछ इस कारण भी नियम के तहत दाखिले का क्रेज कम हो रहा है।

इस वर्ष आए इतने आवेदन

वर्ष करनाल ब्लॉक

2018 3610

2017 4689

2016 5504 फोटो : 10 नंबर है।

वर्जन-

ऐसा नहीं है कि नियम 134ए के तहत दाखिले की प्रक्रिया से अभिभावक अपरिचित हैं। कई बार डाक्यूमेंट्स जमा कराने में लोगों से गलती हो जाती है। इस बार करनाल ब्लॉक में 3610 और जिले के सभी ब्लॉकों में कुल 7566 आवेदन आए हैं।

-सरोज बाला गुर, जिला शिक्षा अधिकारी, करनाल।


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