जिन स्कूलों में दाखिले के लिए मची थी होड़, उन्हीं में नहीं हो रहा एडमिशन
नियम 134ए के तहत प्राइवेट स्कूल में दाखिले के लिए निकले पहले ड्रा की समय सीमा बृहस्पतिवार को पूरी हो चुकी है, लेकिन स्कूल संचालकों की मनमानी के कारण अभी तक सभी बच्चों को दाखिला नहीं मिला है। शहर के छह प्रतिष्ठित स्कूल जहां हर कोई नियम के तहत अपने बच्चों का दाखिला करवाना चाहता था। एंट्रेंस क्लीयर करने के बाद स्कूल अलॉटमेंट लिस्ट में बच्चे का नंबर भी पड़ गया, पर दाखिला फिर भी नहीं हो सका।
जागरण संवाददाता, करनाल : नियम 134ए के तहत प्राइवेट स्कूल में दाखिले के लिए निकले पहले ड्रा की समय सीमा बृहस्पतिवार को पूरी हो चुकी है, लेकिन स्कूल संचालकों की मनमानी के कारण अभी तक सभी बच्चों को दाखिला नहीं मिला है। शहर के छह प्रतिष्ठित स्कूल जहां हर कोई नियम के तहत अपने बच्चों का दाखिला करवाना चाहता था। एंट्रेंस क्लीयर करने के बाद स्कूल अलॉटमेंट लिस्ट में बच्चे का नंबर भी पड़ गया, पर दाखिला फिर भी नहीं हो सका।
एडमिशन न देने वाले स्कूलों के संचालकों का कहना है कि किसी भी बच्चे को नियम 134ए के तहत एडमिशन नहीं देंगे। क्योंकि उन्होंने पिछले दो सालों में नियम के तहत जिन बच्चों को पढ़ाया है। उनकी पेमेंट भी सरकार ने अभी तक जारी नहीं की है। ऐसे में वे इस साल और बच्चों को एडमिशन देकर नुकसान नहीं उठा सकते। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों का भी ऐसा दावा है कि कुछ हो जाए, ड्रा के अनुसार जो स्कूल बच्चों को अलॉट हुआ है। वहां एडमिशन करवा कर ही दम लेंगे। निजी स्कूलों की मनमानी के कारण बच्चों का भविष्य नहीं खराब होने दे सकते।
1254 बच्चों को हुए थे स्कूल अलॉट
नियम 134ए के तहत 108 स्कूलों में एडमिशन के लिए 3827 सीटें रिजर्व हैं। एडमिशन के लिए हुए एंट्रेंस में 1838 बच्चे ही क्लीयर हुए। इनमें से पहले ड्रा में 1254 बच्चों को बीईओ करनाल कार्यालय की ओर से स्कूल अलॉट किया गया। शुरू में सभी स्कूलों ने बच्चों का एडमिशन करने से हाथ खड़े कर दिए थे। डीईओ और बीईओ के पत्र के बाद स्कूलों ने बच्चों को दाखिला देना शुरू किया। अभी तक कितने बच्चों का एडमिशन हो चुका है। यह डाटा अभी बीईओ कार्यालय के पास नहीं पहुंचा है, लेकिन छह स्कूलों ने एडमिशन देना शुरू नहीं किया है। इसकी यहां लगातार शिकायतें आ रही हैं।
एक मई को जारी होगा दूसरा ड्रा
1838 बच्चों में 1254 बच्चों को पहले ड्रा में स्कूल अलॉट किया जा चुका है। शेष बचे 584 बच्चों को एक मई को दूसरे ड्रा में स्कूल अलॉट किया जाएगा। इसके लिए नई वेकेंसी लिस्ट भी विभाग की ओर से जारी की गई थी। जिसमें स्कूलों में वेकेंट सीट देखकर अभिभावक आवेदन कर रहे हैं।
एक माह से नहीं गए स्कूल, पढ़ाई हो रही खराब
नियम के तहत बच्चों के एडमिशन के लिए बीईओ कार्यालय और प्राइवेट स्कूलों के चक्कर काट रहे अभिभावकों की परेशानी अब ज्यादा बढ़ने लगी है। अभिभावक ओम अत्री, सुरेश, वीना, सुनैना व मोनिका ने कहा कि एडमिशन के लिए एक माह से परेशान हो रहे हैं। इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ेगा। बच्चे अभी तक स्कूल ही नहीं गए। जितना लेट एडमिशन होगा, उतनी ही ज्यादा उन्हें मेहनत करनी पड़ेगी। इन स्कूलों की आ रही सबसे ज्यादा शिकायतें
एसडी आदर्श पब्लिक स्कूल
दयाल ¨सह पब्लिक स्कूल, सेक्टर-7
एसडी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, रेलवे रोड
डीपीएस करनाल
प्रताप पब्लिक स्कूल
टैगोर बाल निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल
नोट--- इन स्कूलों की शिकायतों की पुष्टि बीईओ करनाल की ओर से की गई है। फोटो---20 नंबर है।
वर्जन-
नियम 134ए के तहत जिस बच्चे को जो भी स्कूल अलॉट किया गया है। उसका उसी स्कूल में एडमिशन होगा। रुकी हुई पेमेंट के लिए विभाग को पत्र लिखा हुआ है। जैसे ही बजट आएगा, भुगतान कर दिया जाएगा। दूसरे ड्रा के लिए भी लिस्ट तैयार कर रहे हैं। -सपना जैन, बीईओ करनाल।