रोडवेज की सुबह हड़ताल, 10 बजे हुई दो फाड़, दोपहर बाद बसें बहाल
रोडवेज कर्मचारी यूनियनों के हड़ताल के आह्वान पर बुधवार को किया गया चक्का जाम फेल हो गया। सुबह यूनियनों के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों को संगठित करने की कोशिश की लेकिन 10 बजे ही हड़ताल दो फाड़ हो गई।
जागरण संवाददाता, करनाल : रोडवेज कर्मचारी यूनियनों के हड़ताल के आह्वान पर बुधवार को किया गया चक्का जाम फेल हो गया। सुबह यूनियनों के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों को संगठित करने की कोशिश की लेकिन 10 बजे ही हड़ताल दो फाड़ हो गई। कर्मचारियों ने एस्मा के डर से ड्यूटी संभालनी शुरू कर दी। धीरे-धीरे स्थिति ऐसी हो गई कि दोपहर बाद तक 90 फीसद कर्मचारी बसों को लेकर रूट पर रवाना हो गए। महज यूनियनों से जुड़े पदाधिकारी ही धरनास्थल पर रह गए। जब बसें अधिकतर रवाना हो गई तो वह भी अपना बोरी-बिस्तर उठाकर कर्ण पार्क में चले गए और वहां पर जाकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
एस्मा के डर से हड़ताल छोड़ भागे कर्मचारी
ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के बैनर तले बुधवार को रोडवेज कर्मचारियों ने एस्मा तोड़कर चक्का जाम किया था। नौकरी जाने व एस्मा के डर से उनकी हड़ताल ज्यादा देर नहीं चल पाई। इस बात को कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भी माना है। प्रधान सुख¨वद्र का कहना है हड़ताल का मिला-जुला असर रहा। उन्होंने यह भी दावा किया कि बसें केवल पुराने बस अड्डे से नए बस अड्डे तक गई हैं।
लोगों ने कार्यक्रम किए रद
बुधवार को रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के चलते कई शिक्षण संस्थानों ने अपने यहां होने वाले कार्यक्रमों को रद किया। ताकि विद्यार्थियों को संस्थान में पहुंचने के लिए दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
139 निजी बसों में रही भीड़
रोडवेज की हड़ताल के चलते प्रशासन भी अलर्ट रहा। मंगलवार को ही आरटीए सचिव एंव एडीसी निशांत कुमार यादव ने 139 सोसाइटी व प्राइवेट बसों की सर्विस बढ़ाने के आदेश दिए। सुबह हड़ताल के दौरान बस स्टैंड में काउंटर पर खड़ी इन बसों में काफी भीड़ दिखाई दी।
लंबे रूट के यात्रियों ने किया ट्रेनों पर सफर
रोडवेज की हड़ताल के चलते बुधवार को ट्रेनों में भी काफी भीड़ दिखाई दी। करनाल रेलवे स्टेशन पर भी लोग सुबह ट्रेनों के इंतजार में खड़ दिखाई दिए। वहीं लंबे रूट पर जाने वाले यात्रियों ने ट्रेनों से सफर किया। दिल्ली जाने वाले गुलशन, गुरतेग, हरिओम, सुलोचना व इंदू ने बताया कि ट्रेनों में भीड़ के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना किया। उन्होंने बताया कि जाना तो उन्होंने बस से था लेकिन हड़ताल के कारण वे बस स्टैंड पर नहीं गए।
वर्जन
रोडवेज महाप्रबंधक अश्विनी डोगरा ने बताया कि जो कर्मचारी हड़ताल पर रहे हैं, उनकी लिस्ट बनाकर मुख्यालय को भेज दी गई है। इस मामले में जो भी कार्रवाई होगी उसका निर्णय उच्चाधिकारियों को लेना है। हड़ताल का ज्यादा असर नहीं रहा। दोपहर को सभी बसें शुरू हो गई थी।