लोगों को हमेशा एकता के सूत्र में बांधती है रामकथा
रामकथा लोगों को एकता के सूत्र में बांधती है। जो फल सतयुग में ध्यान समाधि से त्रेता और द्वापर युग में यज्ञ आदि करने से प्राप्त होता था वही पुण्य कलयुग में कथा श्रवण करने मात्र से प्राप्त होता है। समाज को एकता के सूत्र में बांधने के लिए हर घर में श्री रामचरित मानस का अनुसरण होना चाहिए। यह बातें कथा सुनाते हुए राजन महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि कथा सुनने से मनोकामनाओं की पूर्ति होने का रास्ता खुल जाता है। कथा भगवान से सीधे मनुष्य को जोड़ने का काम करती है। श्रीराम कथा श्रवण करने वाले व्यक्ति के अहंकार को भगवान नष्ट कर देते हैं। बुधवार को श्री सांवरिया मित्र मंडल की ओर से श्री सनातन धर्म मंदिर में आयोजित कथा में बच्चों महिलाओं और पुरुषों ने धर्म लाभ उठाया।
जागरण संवाददाता, करनाल : रामकथा लोगों को एकता के सूत्र में बांधती है। जो फल सतयुग में ध्यान समाधि से, त्रेता और द्वापर युग में यज्ञ आदि करने से प्राप्त होता था वही पुण्य कलयुग में कथा श्रवण करने मात्र से प्राप्त होता है। समाज को एकता के सूत्र में बांधने के लिए हर घर में श्री रामचरित मानस का अनुसरण होना चाहिए। यह बातें कथा सुनाते हुए राजन महाराज ने कही।
उन्होंने कहा कि कथा सुनने से मनोकामनाओं की पूर्ति होने का रास्ता खुल जाता है। कथा भगवान से सीधे मनुष्य को जोड़ने का काम करती है। श्रीराम कथा श्रवण करने वाले व्यक्ति के अहंकार को भगवान नष्ट कर देते हैं। बुधवार को श्री सांवरिया मित्र मंडल की ओर से श्री सनातन धर्म मंदिर में आयोजित कथा में बच्चों, महिलाओं और पुरुषों ने धर्म लाभ उठाया।
मंडल के सेवकों ने बताया कि श्रीराम कथा का आयोजन 14 अप्रैल तक किया जाएगा। कथा का समय सायं तीन से सात बजे तक रखा गया है। प्रतिदिन भंडारा लगाकर प्रसाद का वितरण किया जा रहा है। रोजाना सुबह सात से 10 बजे तक नवाह्य परायण का पाठ होगा।
इस अवसर पर मंदिर के प्रधान सुनील चावला, राज बजाज, कर्मचंद खुराना, जसवंत राय, महिद्र बतरा तथा मंडल से राकेश गोयल, विजेंद्र गोयल, राजेश गुप्ता, राजेश सैनी, प्रेमचंद गर्ग, रामपाल, दीपक गुप्ता, गणेश गर्ग, धर्मतोष दूबे, पवन सैनी, अशोक गुप्ता, पंकज गुप्ता, योगेंद्र गुप्ता, वीरेंद्र मान व सुरेंद्र सैनी मौजूद रहे।